नई पीढ़ी के लेखकों को आगे बढ़ाएगा CBSE, कक्षा पांच से 10वीं तक के विद्यार्थी 30 नवंबर तक करा सकते हैं प्रतिभाग के लिए पंजीकरण, लेखन के लिए तीन श्रेणियां बनाई गई
मेरठ : स्कूली बच्चों में उभरते लेखकों को आगे बढ़ाने के लिए एक सीबीएसई ने अनोखी पहल करते हुए उन्हें अपने हुनर को प्रदर्शन करने को एक प्लेटफार्म प्रदान कर रहा रहा है। सीबीएसई के रीडिंग मिशन के अंतर्गत इस वर्ष सीबीएसई बडिंग आथर्स प्रोग्राम संचालित किया जा रहा है। स्कूल स्तर पर ही बच्चों को खूब पढ़ने और गढ़ने यानी कहानी बनाने, उसे बताने और लिखने को प्रेरित करने के लिए यह पहल की जा रही है। इसमें कक्षा पांच से कक्षा 10वीं तक के विद्यार्थियों हिस्सा ले सकते हैं। इसमें तीन कैटेगरी बनाई गई हैं। बच्चे कहानी हिंदी या अंग्रेजी में भेज सकते हैं।
स्कूल स्तर पर प्रथम चरण बडिंग आथर्स प्रोग्राम के तहत प्रथम चरण की प्रतिस्पर्धा स्कूल स्तर पर ही होगी। इसका आयोजन स्कूल 30 नवंबर से पहले पूरा कर कर तीनों कैटेगरी में से दो-दो अभ्यर्थियों को दूसरे चरण के लिए भेजेंगे। दूसरी कैटेगरी के आयोजन के लिए आवेदन प्रक्रिया एक दिसंबर से 15 जनवरी तक चलेगी। स्कूल अपने सर्वश्रेष्ठ अभ्यर्थियों की सीबीएसई के पोर्टल पर अपलोड कहानियों को अकादमिक करेंगे। तीनों कैटेगरी मिलाकर एक स्कूल से अधिकतम छह विद्यार्थी ही दूसरे चरण के प्रतिभागी होंगे। कहानी लिखने और सबमिट करने के लिए पोर्टल 26 दिसंबर से 15 जनवरी तक सक्रिय रहेगा।
शुरू से अंत व समस्या से समाधान तक हो कहानी
नन्हे लेखकों को लिखने के लिए प्रेरित करने के साथ ही बडिंग आथर्स प्रोग्राम में कहानी कैसे लिखनी है इसे भी बताया जा रहा है। इसमें कहानी किसी हीरो या आस-पास के घटनाक्रम को लेकर भी हो सकती है। घटनाक्रम या समस्या से जुड़ी कहानियों में समस्या से समाधान तक को लिखना है।
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