मियाद खत्म, नहीं जारी हो सकी फाइनल लिस्ट, फिर उलझी बेसिक शिक्षकों की प्रमोशन प्रक्रिया, नहीं सुलझ रहा पद संख्या का विवाद
18 दिसंबर 2023
लखनऊ : बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया लगातार उलझती जा रही है। प्रमोशन के पात्र शिक्षकों की फाइनल लिस्ट जारी करने की मियाद बीत जाने के बावजूद अभी तक जिलों में पदों की संख्या को लेकर विवाद बना हुआ है। यही वजह है कि अभी तक लिस्ट पोर्टल पर आपलोड नहीं हो सकी है।
बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन की प्रकिया फरवरी से चल रही है। इसी के साथ अंतरजनपदीय तबादलों और म्युचुअल तबादलों की प्रक्रिया भी चल रही थी। इनमें से सिर्फ अंतरजनपदीय तबादले ही पूरे हो सके हैं। इसके बाद प्रमोशन की प्रक्रिया नए सिरे से शुरू की गई। बेसिक शिक्षा परिषद ने इसके लिए 16 दिसंबर तक पात्र शिक्षकों की फाइनल लिस्ट अपलोड करने के आदेश दिए थे। अभी तक एक दर्जन से भी कम जिले ही फाइनल लिस्ट जारी कर पाए हैं।
ऐसे उलझी प्रक्रिया : फाइनल लिस्ट जारी करने से पहले हुई विडियो कॉन्फ्रेंसिंग में 2011 तक सृजित पदों के सापेक्ष खाली पदों पर प्रमोशन के लिए कहा गया था। कुछ बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारियों को इस बाबत लिखित निर्देश भी दिए। इसको लेकर भ्रम की स्थिति हो गई।
अब कई जिलों ने अपने यहां प्रमोशन के लिए खाली पदों की संख्या शून्य और माइनस में दिखा दी है। बाराबंकी और बुलंदशहर में खाली पदों की संख्या शून्य दिखाई गई है। एटा में यह संख्या माइनस में है। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल कहते हैं कि अगर कहीं कोई भ्रम है तो बात करके उसे दूर किया जाएगा।
बेसिक शिक्षकों की वरिष्ठता सूची फिर विवादों के घेरे में, जिलों मे अलग-अलग मानक तय किए गए, कल अपलोड होनी है फाइनल लिस्ट
15 दिसंबर 2023
लखनऊ : बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन की प्रकिया अंतिम चरण में हैं लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे। सबसे बडा विवाद वरिष्ठता सूची को लेकर ही है। जिलों में बीएसए ने अपने स्तर से वरिष्ठता के मानक तय कर दिए हैं। जॉइनिंग तिथि एक होने पर कुछ जिलों ने जन्म तिथि को आधार बनाया है तो कुछ ने चयन गुणांक के आधार पर सूची जारी की है। इसी आधार पर काउंसलिंग की जा रही है और 16 दिसंबर तक फाइनल लिस्ट अपलोड करनी है।
बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया वर्षों से अटकी है। इस साल फरवरी में प्रमोशन की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन बाद कई बार इसे रोका गया। अब 16 दिसंबर तक प्रमोट हुए शिक्षकों की फाइनल लिस्ट अपलोड करनी है। ऐसे में वरिष्ठता सूची पर विवाद शुरू हो गया है। इस बारे में प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह कहते हैं कि पूरे प्रदेश में एक ही मानक होना चाहिए, ताकि किसी के साथ अन्याय न हो।
प्रयागराज : पदोन्नति पाने की प्रतीक्षा कर रहे बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को विलंब का झटका लग सकता है। पदोन्नति देने के लिए प्रकाशित की गई अंतिम सूची पर कई जिलों से आपत्ति आई है।
शिक्षकों का कहना है कि अंतिम ज्येष्ठता सूची में 30 सितंबर 2023 तक पांच वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले सभी शिक्षकों को अंतिम सूची में शामिल किया जाना था, लेकिन कई जिलों में परिषद सचिव के आदेश का पालन नहीं किए जाने का आरोप लगाया गया है। इससे शिक्षकों में नाराजगी है।
पदोन्नति देने के लिए तैयार की गई अंतिम वरिष्ठता सूची कुछ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने जन्मतिथि से बनाई है तो कुछ ने नियुक्ति तिथि से। इसके कारण विरोधाभास है।
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