पदोन्नति के लिए महाविद्यालयों के प्रवक्ताओं की सूची तैयार
तीन वर्ष से पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं राजकीय डिग्री कालेजों के शिक्षक
प्रदेश के सरकारी महाविद्यालयों में वर्तमान में प्रवक्ता के 745 पद चल रहे हैं खाली
प्रयागराज : राजकीय महाविद्यालयों के प्रवक्ताओं की पदोन्नति का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। उच्च शिक्षा निदेशालय से 362 नामों की सूची शासन को भेजी गई है। इन सभी की पदोन्नति करियर एडवांस योजना के तहत होनी है। आसार है कि अगले कुछ महीनों में इनकी पदोन्नति कर दी जाएगी। इससे उनको आर्थिक लाभ होगा। इसके अलावा इस महीने के आखिर तक कुछ और प्रवक्ताओं की सूची भेजी जा सकती है। उसके लिए निदेशालय में काम चल रहा है।
प्रदेश के 171 राजकीय महाविद्यालयों में 2415 प्रवक्ता तैनात हैं, जबकि 745 पद खाली हैं। इन प्रवक्ताओं को करियर एडवांस योजना के तहत पदोन्नति का लाभ दिया जाता है। 2020 में 200 प्रवक्ताओं की पदोन्नति के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय से शासन को फाइल भेजी गई थी, लेकिन उस पर आपत्ति लगा दी गई। तब से यह प्रक्रिया रुकी हुई थी। शासन से नई शिक्षा नीति के अनुसार फाइल तैयार करके भेजने को कहा गया था।
इसके लिए महाविद्यालयों में कमेटी बनी और फिर उनकी संस्तुति के बाद निदेशालय से प्रक्रिया आगे बढ़ी। आपत्तियों को दूर करते हुए कुछ महीने पहले निदेशालय से 114 प्रवक्ताओं की सूची भेज दी गई। उसके बाद 248 और प्रवक्ताओं की सूची भेजी गई है। पदोन्नति न होने से प्रवक्ताओं का आर्थिक नुकसान हो रहा था।
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय की अध्यक्षता में हुई बैठक में राजकीय महाविद्यालय शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से यह मुद्दा उठाया गया था। उच्च शिक्षा निदेशक प्रोफेसर ब्रह्मदेव ने बताया कि पदोन्नति के लिए जो आपत्ति लगाई गई थी, उसका निस्तारण हो गया है। जिनकी फाइल जा चुकी है, उनकी जल्द पदोन्नति हो जाएगी। उसके बाद अन्य की प्रक्रिया चल रही है।
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