एक तरफ खुशी तो दूसरी तरफ जोड़े टूटने की आशंका, जनवरी में मिलेगा पदोन्नति व परस्पर तबादले का मौका
बेसिक शिक्षा: पहले होंगे प्रमोशन, टूटेगी कइयों के तबादले की आस,
पहले प्रमोशन से प्रभावित होंगे शिक्षकों के पेयर, फंसेगा म्यूचुअल ट्रांसफर
बेसिक शिक्षा परिषद ने तय की शिक्षकों के प्रमोशन और ट्रांसफर की मियाद
बेसिक शिक्षा परिषद ने आखिरकार शिक्षकों के प्रमोशन और तबादलों की डेडलाइन तय कर दी है। हालांकि, पहले प्रमोशन और इसके बाद तबादले होने की वजह से कई शिक्षकों की उम्मीदें टूट सकती हैं। दरअसल, तबादले म्युचुअल मोड में होने हैं, जिसके आवेदन हो चुके हैं। वहीं तबादले के पहले प्रमोशन होने से म्यूचुअल तबादलों में तय किए गए शिक्षकों के पेयर टूटने की आशंका है, जिसकी वजह से उनका तबादला अटक सकता है। शिक्षकों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है।
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने जूनियर बेसिक स्कूलों में तैनात सहायक शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया छह जनवरी तक पूरी करने का आदेश दिया है। आदेश में कहा गया है कि प्रमोशन और उसके बाद विद्यालयों के ऑनलाइन आवंटन की प्रक्रिया छह जनवरी तक सभी BSA को पूरी करनी होगी। वहीं, शिक्षकों के अंतरजनपदीय (एक जिले से दूसरे जिले में) और अंतर्जनपदीय (जिलों के भीतर) तबादले 11 से 13 जनवरी के बीच किए जाएंगे। इसके आदेश सभी BSA को दे दिए गए हैं। दोनों तरह के तबादले आपसी समन्वय के आधार पर होने हैं।
शिक्षक पहले से कर रहे थे विरोध: एक साथ दोनों आदेश होने के बाद ऐसे कई शिक्षकों के तबादले फंस जाएंगे, जिनका तबादला पेयर बनाने के बाद म्यूचुअल तौर पर हो सकता था। कारण यह है कि प्रमोशन के साथ ही स्कूल ऑनलाइन आवंटित होगे। ऐसे में प्रमोशन के बाद पेयर टूट जाएंगे और फिर ट्रांसफर में अड़चन आएगी। शिक्षकों ने पहले भी इस पर आपत्ति जताई थी।
शिक्षकों का तर्क था या तो प्रमोशन की प्रक्रिया ट्रांसफर के बाद की जाए या प्रमोशन करने के बाद ट्रांसफर के लिए नए सिरे से आवेदन मांगे जाएं। प्रमोशन के बाद अगर फिर आवेदन मांगे जाएंगे तब एक बार फिर शिक्षक अपने म्यूचुअल तबादले के लिए संबंधित शिक्षकों से संपर्क करके अपना आवेदन दुरुस्त कर सकेंगे। नहीं तो एक साल से चली आ रही तबादला प्रक्रिया का लाभ उन सभी लोगों को नहीं मिल सकेगा, जो इसके पात्र हैं।
क्या होगी दिक्कत?
शिक्षको का तर्क है कि किसी जिले मे तैनात एक शिक्षक ने दूसरे जिले में तैनात किसी शिक्षक के साथ ट्रांसफर की बात तय की थी। इसके अलावा वह प्रमोशन का भी पात्र है। ऐसे में पहले प्रमोशन हो गया और उसे दूसरा विद्यालय आवंटित हो गया तो पहले तबादले के लिए भरा गया डेटा मैच नहीं होगा।
यह भी हो सकता है कि प्रमोशन के बाद मिले विद्यालय में दूसरे जिले से आने वाला शिक्षक न जॉइन करना चाहे। इसके अलावा म्यूचुअल तबादला चाहने वाले शिक्षको मे से एक का प्रमोशन हो और दूसरा प्रमोशन की श्रेणी में न आए। ऐसी सूरत में दोनो के पद अलग होगे और वे तबादले की श्रेणी मे नही आ सकेंगे।
कई साल से पदोन्नति व परस्पर तबादले का इंतजार कर रहे बेसिक शिक्षकों को मिली राहत, पदोन्नति पहले होने से कुछ शिक्षकों के पेयर टूटने की बनी संभावनायूपी सरकार ने बेसिक विद्यालय में कई साल से पदोन्नति व परस्पर तबादले का इंतजार कर रहे शिक्षकों को बड़ी राहत दी है। सरकार के इस आदेश से शिक्षकों को अपने घर या पास के जिले में आने का मौका मिलेगा।
🔵 पारस्परिक ट्रांसफर ब्रेकिंग
बेसिक विद्यालय में कई साल से पदोन्नति व परस्पर तबादले का इंतजार कर रहे शिक्षकों को बड़ी राहत मिली है। सरकार ने पदोन्नति और जिले के अंदर व एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले का आदेश जारी कर दिया है।
पदोन्नति में लगभग 5000, जिले के अंदर परस्पर तबादले में 20 हजार और, एक से दूसरे जिले के तबादले में 2000 शिक्षको को इसका लाभ मिलेगा। इससे शिक्षकों को अपने घर में या जिले के पास आने का लाभ मिलेगा। हालांकि पहले पदोन्नति होने से कुछ शिक्षकों के पेयर टूटने की भी संभावना है।
यही वजह है कि शिक्षक पहले परस्पर तबादले और बाद में पदोन्नति करने की मांग कर रहे थे, लेकिन विभाग ने पहले पदोन्नति और फिर परस्पर तबादले का आदेश जारी किया है। पदोन्नति की प्रक्रिया छह जनवरी से शुरू होगी। परस्पर तबादले की रिलीविंग और ज्वाइनिंग 11 से 13 जनवरी के बीच होगी। 15 जनवरी से जाड़े की छुट्टी के बाद विद्यालय खुलेंगे।
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