DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Thursday, December 7, 2023

बेसिक शिक्षा में रियल टाइम अटेंडेंस का मामला पहुंचा शिक्षा मंत्रालय

बेसिक शिक्षा में रियल टाइम अटेंडेंस का मामला पहुंचा शिक्षा मंत्रालय


लखनऊ। प्रदेश में बेसिक विद्यालयों में शिक्षकों की रियल टाइम उपस्थिति का मामला शिक्षा मंत्रालय पहुंच गया है। अयोध्या के बलबीर सिंह ने बताया कि उनकी शिकायत पर शिक्षा मंत्रालय के अवर सचिव ने प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा को पत्र भेजा है।  

शिकायत थी कि पहले शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं का निराकरण किया जाए। तब तक टैबलेट के माध्यम से उपस्थिति व अन्य कार्य लिए जाने से संबंधित आदेश को स्थगित किया जाए।

यह मामला राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है। इसलिए इस पर आवश्यक कार्यवाही करें और मंत्रालय को भी अवगत कराएं।


जानिए!  टेबलेट से उपस्थिति पर रोक के संबंध वायरल पत्र का सच, क्या यह वाकई होगा असरकारी? क्या है इसका विधिक मूल्य? 


यह एक जनशिकायत मात्र है जिस पर कार्यवाही क्या हुई है उससे अवगत कराने हेतु केंद्र सरकार का कार्यालय पत्र मात्र है। यह एक प्रक्रिया के तहत जारी पत्र है, और इसका अंततः कोई असर नहीं होना है उत्तर प्रदेश में जारी आदेशों के संदर्भ में। इस पत्र से ऐसा कोई भ्रम नहीं होना चाहिए कि यह पत्र ऑनलाइनउपस्थिति पर किसी प्रकार की कोई रोक  लगाता है।


No comments:
Write comments