पोर्टल मानव सम्पदा बनी तीन दिनों से शिक्षकों और कार्मिकों के लिए विपदा, अब मासिक वेतन की चिंता लगी सताने
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विगत दो दिवसों में मानव संपदा पोर्टल हेतु राज्य स्तर पर बेसिक तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा सर्वर की क्षमता 8 टीबी से 40 टीबी बढ़ा दी गई है, परंतु कॉन्फ़िगरेशन में कुछ समस्या अभी भी है जिस कारण साइट अत्यंत धीमी है, इसका निदान आज या कल में कर लिया जाएगा। उसके बाद यदि आवश्यकता होती है तो अटेंडेंस लॉक करने की अवधि विभिन्न स्तरों पर बढ़ा दी जाएगी,अतः धैर्य बनाए रखें।
Rohit Tripathi, APD SSA
मानव सम्पदा पोर्टल शिक्षकों और कार्मिको के लिए इन दिनों सिरदर्द बन गया है। कारण पिछले तीन दिनों से मानव सम्पदा पोर्टल ठप है। नतीजा, शिक्षक और कार्मिक न तो छुट्टियों के आवेदन कर पा रहे हैं और न ही कोई अन्य सरकारी कार्य ही हो पा रहा है। सामान्य आवेदन तक संभव नहीं हो पा रहा है।
ऐसे में अब शिक्षकों को इस महीने वेतन की चिंता सताने लगी है क्योंकि प्रधानाध्यापकों को 23 तारीख तक स्कूल के सभी शिक्षकों की महीने भर की हाजिरी दर्ज करनी होती है। उसी के आधार पर शिक्षकों का वेतन भी बनता है। पोर्टल पर बीच-बीच में इस तरह की समस्याएं होती रही हैं लेकिन इतनी लम्बी अवधि तक पहले कभी नहीं रही।
शिक्षकों को मानव संपदा पोर्टल के जरिए ही छुट्टियों के लिए आवेदन करना होता है। इसके साथ ही अपने अन्य भत्तों के लिए आवेदन सहित स्कूल के संबंध में कई तरह की सूचनाएं पोर्टल पर अपलोड करनी होती हैं।
वहीं हर महीने की 21 से 23 तारीख तक स्कूल के प्रधानाध्यापक को सभी शिक्षकों की महीने भर की हाजिरी और छुट्टियों का ब्योरा भरना होता है। उसके बाद इसे खंड शिक्षा अधिकारी अग्रसारित करते हैं। महीने के अंत तक बीएसए कार्यालय से यह ब्योरा प्रमाणित किया जाता है। तब अगले महीने के पहले सप्ताह में वेतन मिलता है।
अब शिक्षकों को यह चिंता सता रही है कि यदि 23 दिसम्बर तक यह ब्योरा नहीं दर्ज हुआ तो फिर अगले महीने वेतन रुक सकता है। ऐसे में नए साल का पहला महीना बिना वेतन के भी रहना पड़ सकता है। दूसरी तरफ में बेसिक शिक्षा के प्रमुख सचिव डॉ. एमकेएस सुंदरम ने कहा है कि जल्द ही तकनीकी दिक्कत दूर कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि वेतन भुगतान में देरी नहीं होने दी जाएगी।
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