प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की में कई चोटिल, शिक्षकों को गिरफ्तार कर ईको गार्डन भेजा विस घेरने पहुंचे शिक्षकों की पुलिस से झड़प
माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) ने अपनी मांगों के समर्थन में विधानसभा का घेराव करने का प्रयास किया। प्रदर्शन के दौरान शिक्षक संघ के नेताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक और धक्कामुक्की हुई। विधानसभा की ओर जाने पर आमादा प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया। इस दौरान कई शिक्षक नेताओं को हल्की चोटें आई। शिक्षक रॉयल होटल के सामने सड़क पर धरने पर बैठ गए। बाद में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर बसों से ईको गार्डन ले जाया गया।
धरने का नेतृत्व संगठन के प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने किया। वहीं, विधानसभा सत्र को छोड़ कर एमएलसी राज बहादुर सिंह चंदेल भी धरने में शामिल हुए। शिक्षकों के धरने से यातायात पर भी असर पड़ा। दो घंटे से अधिक समय तक हजरतगंज, रॉयल चौराहा, बलिंग्टन चौराहे पर भीषण जाम रहा। वहीं संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि हमारे जिले के नेताओं को पुलिस ने स्टेशन, या उनके आवास पर रोक लिया। चेत नारायण सिंह ने कहा कि माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्त तदर्थ शिक्षकों के परिवार आर्थिक विपन्नता, भुखमरी के शिकार हो रहे है। उनकी सेवा समाप्ति पर पुनर्विचार करते हुए विनियमित किया जाय और उनका रोका वेतन तत्काल जारी किया जाए।
शासन का आदेश दिनांक नौ नवम्बर 2023 को वापस लिया जाय। पुरानी पेंशन बहाल की जाए। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एनपीएस की अधिसूचना 28 मार्च 2005 को जारी की गई थी। अतः केन्द्र के निर्णय के अनुसार यूपी सरकार भी 28 मार्च 2005 से पूर्व के विज्ञापनों द्वारा नियुक्त शिक्षक, कर्मचारियों को एनपीएस की जगह ओपीएस का लाभ दें। प्रदेश के सभी जनपदों के एनपीएस खातों की जांच कराई जाय। शिक्षकों, कर्मचारियों की धनराशि अन्य कहीं निवेशित की गई है तो दोषियों को तत्काल दण्डित किया जाय। भविष्य में पूर्ण रूपेण इसे सुरक्षित रखने की व्यवस्था की जाय।
धरने में लवकुश मिश्रा, नर्सिंग बहादुर सिंह, संजय द्विवेदी, संत सेवक सिंह, वीरेंद्र प्रताप सिंह, अरविंद, सुधाकर सिंह, प्रमोद सिंह, अजय सिंह, डॉ. राजेश पांडेय, संत सेवक सिंह, रणजीत सिंह, रविंद्र प्रताप सिंह, राजेश चंद चौधरी, राम प्रताप सिंह, दिवाकर गुप्ता, जितेंद्र सिंह, विवेक सिंह, प्रदीप सिंह, सत्य प्रकाश सिंह, शैलेश सिंह, राकेश सिंह, रामानंद द्विवेदी, प्रवेश शाक्य, यादवेंद्र परिहार, महिपाल सिंह, ज्योतिष पांडेय, रंजीत सिंह, श्री नारायन मिश्रा, सत्येंद्र शुक्ला आदि रहे।
विधान भवन घेरने जा रहे शिक्षक किए गए गिरफ्तार
• तदर्थ शिक्षकों की सेवा समाप्ति के विरोध में सड़क पर उतरे शिक्षक
• माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में धरना, वैकल्पिक व्यवस्था का आश्वासन
लखनऊ : अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) माध्यमिक स्कूलों में बीते 25 वर्षों से कार्यरत करीब दो हजार तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं समाप्त किए जाने के विरोध में विधान भवन का घेराव करने जा रहे शिक्षकों व पुलिस में खूब नोकझोंक हुई।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) के आह्वान पर बड़ी संख्या में दोपहर करीब डेढ़ बजे जुटे शिक्षकों को पुलिस ने रायल होटल के पास बलपूर्वक रोक लिया। शिक्षक सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। दोपहर करीब तीन बजे विधान परिषद सदस्य व शिक्षक नेता राज बहादुर सिंह चंदेल सहित बड़ी संख्या में शिक्षकों को गिरफ्तार कर पुलिस ईको गार्डन ले आई। फिर शाम पांच बजे इन्हें रिहा कर दिया गया।
उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) के अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षकों पर अत्याचार कर रही है। वर्षों से सेवाएं दे रहे शिक्षकों को मानवता के आधार पर नौकरी पर रखा जाए। नौ नवंबर को जारी किया गया आदेश वापस लिया जाए। संघ के आइटी सेल के प्रदेश संयोजक संजय द्विवेदी ने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा आंदोलन जारी रहेगा।
संघ के पदाधिकारियों ने ईको गार्डन में अधिकारियों को मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र में पुरानी पेंशन योजना फिर से लागू करने और शिक्षकों के एनपीएस की रकम निजी बीमा कंपनियों में लगाने के दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उधर राजधानी में ही उन माध्यमिक शिक्षक संघ ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक के शिविर कार्यालय में धरना दिया।
संघ के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी व उपाध्यक्ष डा. आरपी मिश्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने तदर्थवाद खत्म करने का आदेश दिया है, मगर इन शिक्षकों के भविष्य को लेकर कुछ नहीं कहा। ऐसे में मानवता के आधार पर इन्हें नौकरी से न निकाला जाए। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. महेन्द्र देव ने शिक्षकों को आश्वासन दिया कि कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। शासन को पत्र लिखकर मानदेय पर कार्य लेने की सिफारिश की जाएगी। अन्य मांगों को भी पूरा करने का उन्होंने भरोसा दिलाया।
तदर्थ शिक्षकों की बहाली के लिए संघर्ष
तदर्थ शिक्षकों की नौकरी बहाली के लिए माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षा निदेशक माध्यमिक कार्यालय पर घरना दिया। संघ के अध्यक्ष सुरेश कुमार त्रिपाठी और एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डा महेन्द्र देव को दिया। सुरेश कुमार त्रिपाठी ने कहाकि दीपावली के पूर्व धनतेरस के दिन शासन ने शिक्षकों की सेवा समाप्ति सम्बन्धी शासनादेश निकालकर शिक्षकों के घरों में अंधेरा कर दिया। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ एवं शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डा दिनेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि तदर्थ शिक्षकों की सेवा बहाली के लिए संघर्ष में प्राथमिक शिक्षक उसमें बराबर की भागीदारी करेगा। धरने में डा आरपी मिश्र, जगवीर किशोर जैन, हेम सिंह पुण्डीर, सुभाष चन्द्र शर्मा आदि रहे।
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