हरियाणा सरकार 20 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को करेगी मर्ज
7349 विद्यार्थियों को पास के स्कूलों में किया जाएगा समायोजित
दूसरे स्कूलों से 2 से 5 किलोमीटर तक होने से अभिभावक भी कर रहे विरोध
एक साल पहले ऐसे स्कूलों की हो चुकी पहचान, नए सत्र से शुरू होगी व्यवस्था
बच्चों को लाने व ले जाने के लिए निशुल्क परिवहन व्यवस्था कराने की बात
चंडीगढ़। हरियाणा में 20 से कम छात्र संख्या वाले 832 प्राइमरी स्कूलों को प्रदेश सरकार ने मर्ज करने की तैयारी कर ली है। इन प्राइमरी स्कूलों के 7349 विद्यार्थियों को आस-पास के अन्य सरकारी स्कूलों में समायोजित किया जाएगा, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो। इसके अलावा, इन विद्यार्थियों को स्कूलों में जाने के लिए सरकार द्वारा बाकायदा निशुल्क परिवहन व्यवस्था भी मुहैया कराई जाएगी। यह व्यवस्था नए शिक्षा सत्र से लागू करने की योजना है।
बता दें कि पिछले साल ही हरियाणा सरकार ने 20 से कम छात्र संख्या वाले प्राइमरी स्कूलों की जिलावार सूची तैयार करवाई थी और इनको दूसरे स्कूलों में मर्ज करने के लिए घोषणा की थी। हालांकि, विपक्षी दलों ने इसका कड़ा विरोध किया। लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिक्षा क्षेत्र में इसे बेहतर कदम बताते हुए हर हाल में लागू करने के लिए कहा था। दरअसल, हरियाणा के काफी संख्या में स्कूलों में विद्यार्थी तो अधिक हैं, लेकिन अध्यापक कम हैं, इसलिए नए सिरे से रेशनेलाइजेशन करने के लिए कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को पास के स्कूलों में मर्ज किया जाएगा, ताकि शिक्षकों और विद्यार्थियों का अनुपात सही बैठ सके।
एक किलोमीटर के एरिया में होंगे समायोजित, कई स्कूलों की दूरी अधिकः
दरअसल, हरियाणा सरकार जिन स्कूलों को मर्ज करने जा रही है, उनके बच्चों को एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित स्कूलों में समायोजित किया जाना है। लेकिन 832 स्कूलों में से काफी संख्या में स्कूल ऐसे हैं, जिनकी दूरी दूसरे स्कूलों से 2 से 5 किलोमीटर तक भी है। इसको लेकर अभिभावक भी विरोध कर रहे हैं। सरकार का दावा है कि इन बच्चों को लाने व ले जाने के लिए निशुल्क परिवहन व्यवस्था कराई जाएगी।
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