केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि छात्रों के पास शैक्षणिक सत्र 2025-26 से कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा दो बार देने का विकल्प होगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत केंद्र की योजना पर प्रकाश डालते हुए प्रधान ने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 से छात्रों को कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में दो बार उपस्थित होने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दृष्टिकोण छात्रों को तनाव मुक्त रखना, उन्हें गुणवत्ता से समृद्ध करना, संस्कृति से जोड़े रखना और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना है तथा यही 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का सूत्र है।
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा था कि इसी साल से दो बार 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की व्यवस्था लागू की जाएगी। अकादमिक सत्र 2024-25 पहला बैच होगा, जिसके विद्यार्थियों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षाओं में बैठने का मौका मिलेगा।
इससे पहले अक्टूबर 2023 में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी बताया था कि 2024 से 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो मर्तबा हुआ करेंगी। लेकिन अब शिक्षा मंत्री ने साफ कर दिया है कि यह नया नियम 2024 से नहीं 2025 से आएगा।
एक बार अवसर मिलने के डर से होने वाले तनाव को घटाने के लिए यह विकल्प पेश किया जा रहा है। अगर कोई छात्र पहली बार की परीक्षा के स्कोर से संतुष्ट नहीं है तो वह अगली बार फिर से परीक्षा में बैठ सकता है। साल की दोनों बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थियों का बेस्ट स्कोर ही लिया जाएगा। बेस्ट स्कोर के आधार पर रिजल्ट की मेरिट बनेगी।
नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क के तहत सभी कक्षाओं की नए पाठ्यक्रम की किताबें मुहैया कराएगी।
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