छठी, नौवीं व ग्यारहवीं में लागू होगा क्रेडिट सिस्टम, सीबीएसई ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शैक्षणिक सत्र 2024-25 से लागू करने की योजना बनाई
नई दिल्ली। अब स्कूलों में नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के अंतर्गत क्रेडिट सिस्टम से पढ़ाई होगी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस सिस्टम को पॉयलट प्रोजेक्ट के तौर पर शैक्षणिक सत्र 2024-25 से छठी, नौवीं व ग्यारहवीं में लागू करने की तैयारी की है। इस सिस्टम के तहत नौंवी में साल भर में 210 घंटे की पढ़ाई करने पर छात्रों को 40-54 क्रेडिट अंक मिलेंगे। यह क्रेडिट सभी विषयों में परीक्षा पास करने पर ही मिलेंगे। इसके लिए साल भर में एक कक्षा में 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य होगी।
सीबीएसई ने इस सिस्टम का हिस्सा बनने के लिए स्कूलों को आमंत्रित किया है। इस संबंध में बोर्ड की ओर से सीबीएसई से संबद्ध सभी स्कूल प्रमुखों को दिशा-निर्देशों की जानकारी भेजी गई है। बोर्ड ने नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क की गाइडलाइंस तैयार कर उससे संबंधित कई कार्यशालाएं की हैं।
अब बोर्ड ने इसकी प्रभावशीलता का परीक्षण, मूल्यांकन करने के लिए छठी, नौवीं व ग्यारहवीं कक्षा में इन दिशा निर्देशों के एक पायलट कार्यान्वयन की योजना बनाई है। सीबीएसई नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के सफल परीक्षण को सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता सत्र, परामर्श कार्यक्रम आयोजित करेगा। इसके साथ ही पायलट कार्यक्रम में भाग लेने वाले स्कूलों को मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
छात्र को प्राप्त होने वाले क्रेडिट एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में जुड़ते रहेंगे। नौंवी के लिए संभावित प्रस्तावित क्रेडिट के अनुसार छात्र को पांच विषयों को पास करना होगा। इसमें दो भाषा और तीन विषय शामिल होंगे। इनमें पास होने पर ही छात्र क्रेडिट हासिल कर पाएंगे। प्रति विषय के लिए 210 घंटे होंगे।
इस तरह से 1050 घंटे पांच अनिवार्य विषयों के लिए आवंटित होंगे। 150 घंटे आंतरिक मूल्यांकन, शारीरिक शिक्षा, आर्ट एजुकेशन और कार्य अनुभव के लिए होंगे। हर विषय के लिए सात क्रेडिट होंगे। नौवीं में पांच विषयों को पास करने पर छात्र 40 क्रेडिट के लिए योग्य होगा। यदि छात्र छठा व सातवां विषय लेता है तो उसके क्रेडिट 47-54 तक हो जाएंगे।
11वीं में एक भाषा व 04 विषयों में पास होने पर 40 क्रेडिट
ग्यारहवीं में एक भाषा और चार विषयों में पास होने पर 40 क्रेडिट पाने के योग्य होंगे। 210 घंटे प्रति विषय के लिए आवंटित होंगे। नौंवों की तरह ही 150 घंटे आंतरिक मूल्यांकन, शारीरिक शिक्षा, कार्य अनुभव व जरनल स्टडी के लिए होंगे। यदि कोई छात्र पांच विषयों के अलावा छठा विषय लेता है तो वह 47 क्रेडिट पाने के योग्य होगा।
No comments:
Write comments