सूबे में मौसम का पारा 43 पार, बेपरवाह बेसिक शिक्षा विभाग ढाई बजे तक विद्यालय संचालन पर अड़ा
सूबे में मौसम का पारा 43 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। इसके साथ ही लगातार चल रही धूल भरी गर्म पछुआ हवाओं के कारण तपन काफी बढ़ गई है।
वहीं इन सबसे बेपरवाह बेसिक शिक्षा विभाग शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक विद्यालय का संचालन कराया जा रहा है। जबकि शिक्षक और अभिभावक लगातार विद्यालय समय बदलने की मांग कर रहे हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं।
मौसम का पारा चढ़ा तो बेसिक स्कूलों के समय को लेकर मचा घमासान, अधिकारियों की जिद में परिषदीय स्कूलों के बच्चे गर्मी से परेशान
लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के समय को लेकर घमासान मचा हुआ है। कुछ जिलों में बीएसए ने समय में बदलाव कर दिया तो बेसिक शिक्षा निदेशक ने रद्द करने का आदेश कर दिया। इसके बावजूद लगातार कई जिले समय में बदलाव कर पढ़ाई के घंटे कम कर रहे हैं। वहीं, ज्यादातर जिलों में अब भी दो बजे तक स्कूल खुल रहे हैं। ऐसे में शिक्षक संगठन लगातार दबाव बना रहे हैं कि भीषण गर्मी को देखते हुए पूरे प्रदेश में समय बदला जाए। इस बाबत उन्होंने मुख्यमंत्री तक को पत्र लिखा है।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुल रहे हैं। स्कूल 19 मई तक खुलने हैं। इधर, तापमान अभी से 40 डिग्री के पार होता जा रहा है। ऐसे ही हालात को देखते हुए कुछ जिलों के बीएसए ने समय बदलकर 7:30 से 12:30 बजे तक किया था।
इस पर बेसिक शिक्षा निदेशक ने यह आदेश किए कि बीएसए अपने स्तर से आदेश न करें। पूरे प्रदेश में एक ही समय रहना चाहिए। स्कूल पूरे प्रदेश में 8 से 2 बजे तक ही खुलेंगे।
इसके बाद भी बढ़ती गर्मी और शिक्षकों के बढ़ते दबाव को देखते हुए मऊ, हाथरस, आजमगढ़ और देवरिया सहित कई जिलों में स्कूलों का समय बदलकर 7:30 कर दिया गया है। कई जगह डीएम ने आदेश किए हैं। वहीं, कुछ जिलों में डीएम के आदेश का हवाला देते हुए बीएसए ने निर्देश दिए हैं।
गर्मी-तपिश में झुलस रहे परिषदीय स्कूलों के बच्चे, शिक्षकों व संगठनों के बार-बार अनुरोध के बावजूद नहीं हो पा रहा विद्यालय समय में बदलाव
प्रयागराज । प्रदेश में आठवीं तक के लाखों बच्चे गर्मी से बिलबिला रहे हैं। शिक्षकों व संगठनों के बार-बार अनुरोध के बावजूद स्कूल टाइमिंग में बदलाव नहीं हो रहा है।
बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने 15 अप्रैल को आदेश जारी किया था कि स्कूल टाइमिंग सुबह आठ से दो बजे ही रखी जाए। इसके चलते जिला प्रशासन और बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर भी स्कूल टाइमिंग में परिवर्तन से बच रहे हैं।
माध्यमिक स्कूल जहां कक्षा छह से 12वीं तक के बच्चे अध्ययनरत हैं, वहां की टाइमिंग सुबह 7:30 से 12:30 बजे की है। वहीं, कक्षा एक से आठवीं के परिषदीय, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व कम्पोजिट के साथ मान्यता प्राप्त व सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों बच्चों की छुट्टी दोपहर दो बजे हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों को अधिक परेशानी हो रही है।
माध्यमिक विद्यालयों के उलट भीषण गर्मी और लू में दो बजे तक संचालित हो रहे परिषदीय स्कूल, झुलस रहे मासूम बच्चे
प्रयागराज : प्रदेश के माध्यमिक विद्यालय दोपहर 12.30 बजे तक संचालित हो रहे हैं, जबकि 40 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में दोपहर दो बजे बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। प्राइमरी के बच्चे कड़ी धूप और गर्म हवा के थपेड़े सहते हुए घर पहुंचते हैं। प्रचंड गर्मी को देखते हुए कुछ जिलों में बीएसए ने छुट्टी का समय घटाया तो बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने इसे अनुचित बताते हुए दो बजे छुट्टी करने के निर्देश दिए हैं। अब प्राइमरी में भी दोपहर 12.30 बजे छुट्टी करने की मांग की गई है।
मान्यता प्राप्त शासकीय एवं अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में ग्रीष्मकाल में एक अप्रैल से 30 सितंबर तक 7.30 से 12.30 बजे तक पढ़ाई का समय निर्धारित है। इसके विपरीत बेसिक शिक्षा के परिषदीय विद्यालयों में एक अप्रैल से 30 सितंबर तक स्कूल सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक खोले जाने के निर्देश हैं।
एक अप्रैल से नया सत्र शुरू होने होने पर विद्यालय इसी निर्धारित समय पर खुलने और बंद होने लगे। इस बीच गर्मी बढ़ने लगी तो कुछ जिलों में बीएसए ने छात्र- छात्राओं के हित में स्कूल छुट्टी का समय घटा दिया। इस पर बेसिक शिक्षा निदेशक ने प्रदेश के सभी बीएसए को पत्र लिखकर बताया कि कुछ जिले में विद्यालय समय में परिवर्तन किया जा रहा है, जो कि उचित नहीं है। उन्होंने निर्देश दिए कि छुट्टी दोपहर दो बजे की जाए।
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