परिषदीय विद्यालयों के कायाकल्प में छठे फेज के थर्ड पार्टी सर्वे में वाराणसी प्रदेश में अव्वल
पूर्वाचल के चार जिले टॉप-10 में
वाराणसी। बेसिक स्कूलों का कायाकल्प कर विकसित बनाने के मामले में वाराणसी जिला प्रदेश में नंबर एक स्थान बनने में कामयाब हुआ है। छठे फेज के थर्ड पार्टी सर्वे में 19 पैरामीटर्स पर बेहतर प्रदर्शन करने के कारण जिले को 96 फीसदी की परिपूर्णता हासिल हुई है। सर्वे में टॉप-10 में पूर्वांचल के चार जिले शामिल हैं। भदोही दूसरे स्थान पर, बंदौली चौथे और जौनपुर सातवें पर है। इससे पूर्व पांचवें फेज के सर्वे में वाराणसी 93 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर था, जबकि कासगंज प्रथम स्थान पर था।
कायाकल्प के छठे चरण का थर्ड पार्टी सर्वे गत फरवरी में हुआ था। सर्वे करने वालों ने प्रदेश के सभी जिलों के प्राथमिक विद्यालयों का भ्रमण कर 19 मानकों पर उनकी प्रगति देखी। इसमें विद्यालयों की चहारदीवारी, बालक-बालिकाओं के शौचालय, यूरिनल, पेयजल, साफ सफाई, डेस्क-बेंच, विद्यालय के कक्षों की स्थिति, रंगाई-पुताई, बिजली आपूर्ति, ब्लैक बोर्ड, ग्रीन बोर्ड, रसोई घर आदि की स्थिति पर मूल्यांकन किया गया।
वाराणसी जिले के 1141 में से 1138 बेसिक स्कूलों का मूल्यांकन किया गया। इनमें से 96 फीसदी विद्यालय 19 बिंदुओं पर खरे उतरे। जबकि फर्नीचर की उपलब्धता के मामले में वाराणसी के विद्यालय पीछे रह गए। 73 फीसदी विद्यालयों में ही पर्याप्त फर्नीचर मिले।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. अरविंद कुमार पाठक ने कहा कि कुछ विद्यालयों में फर्नीचर की पूरी उपलब्धता अभी नहीं हो पाई है, नहीं तो वाराणसी के विद्यालय शत- प्रतिशत परिपूर्णता के स्तर को प्रा कर लेते।
ऐसे किया जाता है थर्ड पार्टी सर्वे
शिक्षा विभाग में थर्ड पार्टी सर्वे का काम जिल्ला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षुओं या विभाग से इतर शिक्षकों के जरिये कराया जाता है। ये सर्वेयर विद्यालयों में जाकर सभी बिंदुओं पर उनका मूल्यांकन करते हैं। इसके बाद रिपोर्ट तैयार की जाती है।
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