NCERT : नई किताबें आने तक स्कूलों में पढ़ाया जाएगा ब्रिज कोर्स, वेबसाइट पर पाठ्यक्रम जारी, शिक्षकों को दिया गया ऑनलाइन प्रशिक्षण
प्रयागराज। नया सत्र शुरू हो गया है। स्कूल खुले एक पखवाड़ा बीत गया है, लेकिन अब तक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की कक्षा तीन और छह की पुस्तकें बाजार में नहीं आई हैं। इन कक्षाओं का पाठ्यक्रम इस बार बदल दिया गया है। पाठ्यक्रम बदलने के बाद नई किताबें नहीं छप पाई हैं। ऐसे में इन कक्षाओं के बच्चों को ब्रिज कोर्स पढ़ाया जा रहा है।
एनसीईआरटी की ओर से कक्षा तीन और छह की किताबें बदलने की घोषणा कुछ महीने पहले हुई थी। नया सत्र शुरू होने के साथ किताबें बाजार में आ जानी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए बदलाव किया जा रहा है। बच्चों पर पाठ्यपुस्तकों का बोझ कम करने का भी प्रयास चल रहा है। इन किताबों में क्या-क्या बदलाव किया गया है, अब तक इसे भी स्पष्ट नहीं किया गया है।
इसलिए एनसीईआरटी ने इन दोनों कक्षाओं में पढ़ाई के लिए ब्रिज कोर्स जारी किया है। एनसीईआरटी की वेबसाइट पर ब्रिज कोर्स का लिंक भी दिया गया है। शिक्षकों ने उसे डाउनलोड कर लिया और पढ़ाना शुरू कर दिया है।
एनसीईआरटी के पास किताबों की कमी, निजी प्रकाशकों की चांदी
प्रयागराज। स्कूलों में नया सत्र शुरू होने के साथ ही बाजार में मांग के अनुरूप राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताबें उपलब्ध नहीं हैं। किताबों के लिए बच्चे दुकान-दुकान भटक रहे हैं। हालात यह है कि पुस्तकों के थोक विक्रेता ने एनसीईआरटी की किताबों के लिए 10 लाख का ऑर्डर दिया था तो उन्हें दो लाख की किताबें मिली हैं।
एनसीईआरटी की लापरवाही से किताबें नहीं मिल पा रही हैं। इसका फायदा एक बार फिर निजी प्रकाशक उठा रहे हैं। नया सत्र शुरू होने के साथ ही निजी प्रकाशकों की किताबें बाजार में आ गई हैं। दूसरी ओर एनसीईआरटी की किताबें बाजार में कम मिल रही हैं। संवाद
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