NPS के विरोध में बांधी काली पट्टी, प्रदेश भर में शिक्षकों और कर्मचारियों ने विरोध जताया
01 अप्रैल 2024
लखनऊ। पुरानी पेंशन समाप्त कर नई पेंशन योजना (एनपीएस) लागू करने के विरोध में प्रदेश भर में शिक्षकों और कर्मचारियों ने सोमवार को काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया। अटेवा-पेंशन बचाओ मंच के आह्वान पर शिक्षकों- कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर काम किया और भोजनावकाश में विरोध दर्ज कराया।
प्रदेश में एक अप्रैल 2005 को पुरानी पेंशन व्यवस्था समाप्त कर नई पेंशन व्यवस्था को लागू किया गया था। इसके बाद से हर साल कर्मचारी एक अप्रैल को काला दिवस मनाते हैं। अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने बताया कि आज प्रदेश के विभिन्न विभागों शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, पंचायती राज आदि विभागों के कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर काम किया। प्रदेश में एनपीएस के तहत लगभग 15 लाख शिक्षक-कर्मचारी हैं। प्रदेश महामंत्री डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने कहा सरकार पुरानी पेंशन बहाल न कर हमारे साथ अन्याय कर रही है। डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि राजस्थान, छत्तीसगढ़, झारखंड व हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्य पुरानी पेंशन बहाल कर चुके हैं। अब प्रदेश सरकार भी पुरानी पेंशन बहाल करे।
स्वास्थ्य कर्मियों ने भी दर्ज कराया विरोध
पुरानी पेंशन को लेकर नर्सिंग व पैरामेडिकल कर्मियों ने काला फीता बांधकर विरोध जताया। चिकित्सा महासंघ के महासचिव अशोक कुमार ने बताया कि राजकीय नर्सेज संघ के बैनर तले प्रदेश में नर्सों ने भी काला फीता बांधकर विरोध दर्ज किया। लखनऊ में बलरामपुर चिकित्सालय में अशोक कुमार, जितेंद्र बहादुर सिंह, महेंद्र श्रीवास्तव, गितांशु वर्मा, अमिता रौस, स्मिता, सोनी, मनीषा, राधारानी, अर्चना आदि शामिल थे।
31 मार्च 2024
लखनऊ। एक अप्रैल सोमवार को प्रदेश भर के शिक्षक-कर्मचारी अपने कार्यस्थल पर काली पट्टी बांधकर न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) का विरोध दर्ज कराएंगे। अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने बताया कि प्रदेश में एक अप्रैल 2005 से नई पेंशन योजना लागू कर पुरानी पेंशन योजना को समाप्त कर दिया गया था। अटेवा हर साल एक अप्रैल को एनपीएस का विरोध दर्ज कराकर सरकार से पुरानी पेंशन बहाली की मांग करता आ रहा है।
उन्होंने कहा कि एनपीएस की सच्चाई अब सामने आने लगी है। किसी को 500, किसी को 1200 तो किसी को 1800 रुपये पेंशन के रूप में मिल रही है। इससे न तो उसका और न उसके परिवार का भरण पोषण हो रहा है। इसीलिए एनपीएस को लेकर लोगों में आक्रोश है।
अटेवा के प्रदेश महामंत्री डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि नई पेंशन योजना से सरकारी कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। सेवानिवृत्त होने के बाद सरकारी कर्मचारी दर- दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। यही वजह है कि कल पूरे प्रदेश का शिक्षक कर्मचारी काली पट्टी बंद करके एनपीएस के विरुद्ध अपना विरोध दर्ज कराएगा।
No comments:
Write comments