सूबे के माध्यमिक विद्यालयों में मोटे अनाज (मिलेट्स) के प्रयोग के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जाएगा
सूबे के माध्यमिक विद्यालयों में मोटे अनाज (मिलेट्स) के प्रयोग के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। इंटरनेशनल इयर ऑफ मिलेट्स के तहत विद्यालयों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें दैनिक जीवन में मोटे अनाज के प्रयोग से होने वाले लाभ के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक किया जाएगा।
नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को बाजरा, ज्वार समेत अन्य मोटे अनाजों के रोजाना प्रयोग की जानकारी दी जाएगी। इन अनाजों से प्रयोग से होने वाले लाभ के बारे में भी छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जाएगा। माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा नौ से बारहवीं तक विद्यार्थियों के लिए प्रत्येक माह में विशेषज्ञों की एक कक्षा चलेगी।
विशेषज्ञ मोटे अनाज में मिलने वाले प्रोटीन, कार्बोहाइडेट, लौह तत्व और कैरोटीन की जानकारी देंगे। विद्यार्थियों को बाजरे के प्रयोग से आंखों की सुरक्षा और इसमें मिलने वाले पाइटिक अम्ल, पॉलीफेनॉल और एमाइलेज जैसे पोषण निरोधी अवरोधक के बारे में जानेंगे।
इसी प्रकार ज्वार से बनने वाले उत्पाद के बारे में भी विद्यार्थियों को बताया जाएगा। विद्यार्थियों को मोटे अनाज के प्रयोग को लेकर जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही हम मोटे अनाज बाजरा व ज्वार के पोषण का विश्लेषण करें तो पाएंगे कि इनमें कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होती है।
No comments:
Write comments