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Sunday, June 23, 2024

हाईस्कूल में हिंदी संग पढ़ना होगा देश की 19 भाषाओं में से तीन को, माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पाठ्यक्रम में किया संशोधन का प्रस्ताव

हाईस्कूल में हिंदी संग पढ़ना होगा देश की 19 भाषाओं में से तीन को, माध्यमिक शिक्षा परिषद ने पाठ्यक्रम में किया संशोधन का प्रस्ताव, पढ़ने होंगे 10 विषय

नए प्रस्ताव में संशोधन के लिए 29 जून तक भेज सकते हैं सुझाव


अगले सत्र से यूपी बोर्ड हाईस्कूल के विद्यार्थियों को 10 विषय पढ़ाने की तैयारी चल रही है। विषयों का खाका यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है। हाईस्कूल में हिंदी के साथ देश की 19 भाषाओं में से दो भाषा पढ़नी जरूरी है। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा परिषद ने ई मेल upmspncf2023@gmail.com पर 29 जून तक लोगों से सुझाव मांगे हैं। आए हुए सुझावों पर विचार करने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।
 
नई शिक्षा नीति 2020 के क्रम में केंद्र सरकार से जारी नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ)-2023 के तहत हाईस्कूल (कक्षा नौ और 10) के पाठ्यचर्या में संशोधन किया है।

हाईस्कूल में छह विषय अनिवार्य रूप से पढ़ाए जा रहे हैं। अब उनकी जगह 10 विषय कर दिए जाएंगे। सभी को तीन भाषाएं पढ़नी होगी। इनमें हिंदी तो सबके लिए अनिवार्य है। इसके अलावा संस्कृत, अंग्रेजी या देश की 19 भाषाओं में से किसी को ले सकते हैं। चौथा विषय गणित सभी के लिए अनिवार्य होगा। ऐसे ही विज्ञान, सामाजिक विज्ञान भी अनिवार्य होगा।


आंतरिक मूल्यांकन के होंगे 20 अंक
नए पाठ्यचर्या के हिसाब से अब तक हाईस्कूल का अंकपत्र 600 अंकों का होता था यह अब 1000 अंकों का होगा। इसमें प्रत्येक विषय 100 अंक होगा। उसमें से 80 अंक की लिखित परीक्षा होगी और 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन से मिलेगा।

लागू होगा ग्रेडिंग सिस्टम
डीआईओएस ने बताया कि पाठ्यचर्या में बदलाव के साथ ही ग्रेडिंग सिस्टम लागू कर दिया जाएगा। अंकपत्र में अंकों के सामने ग्रेड भी लिखा रहेगा। उन्होंने बताया कि 91 से अधिक अंक पाने वाले ए-1 ग्रेड में उत्तीर्ण होंगे। 81 से 90 अंक तक ए-2, 71 से 80 अंक तक बी-1, 61 से 70 अंक तक बी-2, 51 से 60 अंक तक सी-1, 41 से 50 अंक तक सी-2, 33 से 40 अंक तक डी ग्रेड माने जाएंगे। वहीं 32 अंक से कम अंक प्राप्त करने वाले परीक्षार्थी को डी ग्रेड दिया जाएगा।



हाईस्कूल में अब दस विषयों की परीक्षा, सात से बनेगी मेरिट, यूपी बोर्ड ने 29 जून तक मांगे सुझाव, नए सत्र से लागू होंगे बदलाव

🔴 upmspncf2023@gmail.com पर अपने सुझाव भेज सकते हैं।

🔴 प्रस्ताव में हिंदी अनिवार्य, दो अन्य भाषाएं भी छात्रों को पढ़नी होंगी

 
प्रयागराज : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल अर्थात कक्षा नौ और दस में बड़े बदलाव की तैयारी की है। 2025-26 से कक्षा नौ में कुल दस विषयों की परीक्षा कराई जाएगी जबकि मेरिट सात विषयों के आधार पर बनेगी। अभी मात्र छह विषयों की परीक्षा ली जा रही है। प्रत्येक विद्यार्थी को कम से कम तीन भाषाएं पढ़ना होगा। कक्षा नौ और दस के विद्यार्थियों के लिए अगले सत्र से बदलाव लागू करने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड ने सुझाव मांगे हैं। upmspncf2023@gmail.com पर सभी सुझाव 29 जून तक दिए जा सकते हैं।


बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि नए प्रस्ताव में सभी विद्यार्थियों को हिंदी पढ़ना अनिवार्य है। इसके अतिरिक्त संस्कृत, गुजराती, उर्दू, पंजाबी, बांग्ला, मराठी, असमी, उड़िया, कन्नड़, कश्मीरी, सिंधी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, नेपाली, पालि, अरबी, फारसी और अंग्रेजी में से कोई दो भाषाओं को भी पढ़ना होगा। गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान सभी के लिए अनिवार्य रहेंगे। 


गृह विज्ञान, मानव विज्ञान, वाणिज्य, एनसीसी, कंप्यूटर, कृषि या पर्यावरण विज्ञान में से कोई एक विषय चुनना होगा। कला शिक्षा क्षेत्र के तहत चित्रकला, रंजन कला, संगीत गायन या संगीत वादन में से किसी एक विषय का चयन कर पढ़ाई करनी होगी। विद्यार्थियों को शारीरिक एवं स्वास्थ्य शिक्षा के तहत नैतिक, योग, खेल एवं शारीरिक शिक्षा तथा समाजोपयोगी उत्पादक एवं समाजसेवा कार्य सभी के लिए अनिवार्य रहेगा।


यूपी बोर्ड में होने वाले बदलाव व्यवसायिक शिक्षा पर भी प्रभावी हो रहे हैं। कुल 31 विषयों में से एक विषय अब विद्यार्थी चुन सकेंगे। इनके लिए बोर्ड ने तीन श्रेणियां तय की हैं। ए श्रेणी में सात, बी श्रेणी में 15 और सी श्रेणी में नौ विषय शामिल हैं। इसी क्रम में शारीरिक, कला एवं व्यवसायिक शिक्षा में 30 नंबर की लिखित परीक्षा कराई जाएगी। 70 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होगा। शेष विषयों में 80 अंक की लिखित परीक्षा और 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होगा। 


बोर्ड की तरफ से जारी सूचना में कहा गया है कि पाकशास्त्र, बेकिंग एवं कन्फेक्शनरी, मधुमक्खी पालन, पौधशाला, खाद्य संरक्षण, फल संरक्षण, फसल सुरक्षा संबंधी विषय ए वर्ग अर्थात जीवन रूपों के साथ कार्य करने संबंधी हैं। मशीन और सामग्रियों के साथ कार्य करने संबंधी विषयों में आटोमोबाइल, आइटी/ आइटीईएस, प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन, सोलर सिस्टम, मोबाइल रिपेयरिंग, टेक्सटाइल डिजाइन, छाया चित्रण अर्थात फोटोग्राफी, परिधान रचना एवं सज्जा, आशुलिपिक तथा टंकण, मुद्रण, रेडियो एवं टेलीविजन, बुनाई तकनीक, सिलाई शामिल है। वर्ग सी मानव सेवा में कार्य करने संबंधी विषयों की सूची में नौ विषय शामिल हैं। इनमें हेल्थ केयर, रिटेल ट्रेडिंग अर्थात खुदरा व्यापार, सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, पुस्तकालय विज्ञान, धुलाई रंगाई, बैंकिंग, एकाउंटेंसी एवं अंकेक्षण, पर्यटन एवं आतिथ्य शामिल है।


विषयवार होगा ग्रेडिंग सिस्टम 

बोर्ड ने विषयवार ग्रेडिंग सिस्टम तय किया है। कक्षा नौ में 91-100 अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को ए-1 ग्रेड, 81-90 अंक पर ए-2 ग्रेड, 71-80 अंक पर बी-1 ग्रेड, 61 से 70 अंक पर बी-2 ग्रेड, 51 से 60 अंक पर सी-1 ग्रेड, 41 से 50 अंक पर सी-2 ग्रेड 33से 40 अंक पर डी ग्रेड ओर 0-32 अंक पर ई ग्रेड दिया जाएगा। ई ग्रेड पर विद्यार्थी अनुत्तीर्ण होंगे।


ट्रेड विषयों के संचालन के लिए अनुदान देय नहीं

बोर्डने नए निर्देशों में कहा है कि यदि कोई विद्यालय व्यावसायिक शिक्षा क्षेत्र के चयनित ट्रेड के विषय पढ़ाता है तो जिला विद्यालय निरीक्षक से अनुमति प्राप्त करनी होगी। जिला विद्यालय निरीक्षक परिषद को अनिवार्य रूप से सूचित करेंगे। विद्यालयों को अलग से मान्यता की आवश्यकता नहीं होगी। संस्था को ट्रेड विषयों के संचालन के लिए कोई भी शासकीय अनुदान नहीं दिया जाएगा। 

समस्त मान्यता प्राप्त संस्थाओं में भाषाओं के अतिरिक्त समस्त विषयों के शिक्षण का माध्यम हिंदी अथवा अंग्रेजी रहेगा। प्रतिबंध यह है कि जिन विद्यालयों को हिंदी माध्यम से शिक्षण दिए जाने हेतु पूर्व में मान्यता/अनुमति मिली है उन्हें अंग्रेजी माध्यम से भी शिक्षण दिए जाने की अनुमति दी जा सकती है।


बदलेगा प्रश्नों का प्रारूप

यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने बताया कि अब प्रश्न पत्र का प्रारूप भी बदल जाएगा। नए प्रारूप में 20 अंकों के बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। 30 अंकों के दक्षता आधारित प्रश्न और 30 अंक के वर्णात्मक प्रश्न होंगे।


आंतरिक मूल्यांकन के होंगे 20 अंक

अब तक हाईस्कूल का हाइस्कूल का अंकपत्र 600 अंकों का होता था। वह अब 1000 अंकों का होगा। इसमें प्रत्येक विषय 100 अंक का होगा। उसमें से की परीक्षा होगी और 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन से मिलेगा।

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