हाथरस के बीएसए कार्यालय के बाबू को रिश्वत लेते उठा ले गई विजिलेंस टीम, शिक्षक से 30 हजार रिश्वत लेने का आरोप
आगरा की विजिलेंस टीम हाथरस के बीएसए कार्यालय पहुंची। यहां पर तैनात बाबू को बीएसए कार्यालय से डायट जाते समय पकड़ कर अपने साथ आगरा ले गई। बताया जा रहा है कि बाबू पर एक शिक्षक से 30 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप है।
कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र के रमनपुर स्थित बीएसए कार्यालय के बाहर आगरा की विजिलेंस टीम ने बीएसए कार्यालय में तैनात एक बाबू को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया। विजिलेंस उसे अपने साथ लेकर आगरा चली गई। सहायक अध्यापक द्वारा वेतन वृद्धि व प्रतिकूल प्रविष्टि हटाने के नाम पर बाबू द्वारा 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगने की शिकायत पर यह कार्रवाई हुई है। कार्रवाई से बेसिक शिक्षा विभाग में खलबली मच गई। कार्रवाई के बाद कार्यालय के कर्मचारी गेट पर ताला लगाकर चले गए।
सिद्धार्थ कुमार पुत्र हरस्वरूप सिंह निवासी नगला बाबू थाना मुरसान संविलयन विद्यालय चंदवारा विकासखंड मुरसान में सहायक अध्यापक है। सिद्धार्थ कुमार ने पुलिस अधीक्षक उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान आगरा से शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि उसके निलंबन काल की अवधि का वेतन, वेतनवृद्धि दिलाने व प्रतिकूल प्रविष्टि को हटाने की एवज में बीएसए कार्यालय के वरिष्ठ सहायक देवेंद्र सिंह द्वारा 30 हजार रुपये की मांग की गई थी। जिसमें उन्होंने कहा कि 25 हजार रुपये बीएसए उपेंद्र गुप्ता व पांच हजार रुपये स्वयं के लिए हैं।
27 जून को शिकायतकर्ता सिद्धार्थ कुमार ने आरोपी वरिष्ठ सहायक देवेंद्र सिंह को बुलाया। 30 हजार रुपये लेकर बीएसए कार्यालय के पास पहुंचा। विजिलेंस की टीम ने वहीं से वरिष्ठ सहायक देवेंद्र सिंह को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में लिपिक के खिलाफ थाना उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान आगरा सेक्टर आगरा में रिपोर्ट दर्ज की जा रही है।
विजिलेंस की कार्रवाई से मची खलबली
रिश्वत लेते हुए लिपिक के गिरफ्तार होने की सूचना मिलते ही बेसिक शिक्षा विभाग में खलबली मच गई। कार्यालय के कर्मचारी कार्यालय छोड़कर चले गए। यहां तक कि बीएसए कार्यालय पर ताला लटका दिया गया। लिपिक के गिरफ्तार होने के बाद कार्यालय में सन्नाटा पसर गया।
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