DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Monday, June 17, 2024

इंचार्ज को हेड का वेतन देने को तैयार नहीं बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर

इंचार्ज को हेड का वेतन देने को तैयार नहीं बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर


हाईकोर्ट के सिंगल बेंच के आदेश को डबल बेंच में चुनौती देने की तैयारी


प्रयागराज : बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में इंचार्ज प्रधानाध्यापकों को नियमित प्रधानाध्यापक का वेतन देने को तैयार नहीं हैं। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के संगठन मंत्री त्रिपुरारी दुबे की ओर से 2022 में दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने 15 मई को एक माह के अंदर प्रभारी प्रधानाध्यापकों को नियमित प्रधानाध्यापक पद का वेतन और पीछे का एरियर भुगतान करने का आदेश दिया था।


उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की नियमित प्रधानाध्यापक के वेतन भुगतान संबंधी मांग पर बांदा की बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रिंसी मौर्या ने भी 13 जून को बेसिक शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर मार्गदर्शन देने का अनुरोध किया है। हालांकि एक महीने की समय सीमा बीतने के बावजूद विभाग ने अपना रुख साफ नहीं किया है। 


सूत्रों के अनुसार, हाईकोर्ट के सिंगल बेंच के आदेश को डबल बेंच में चुनौती देने की तैयारी है। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग विधिक राय ले रहा है। परिषदीय स्कूलों में बड़ी संख्या में प्रधानाध्यापकों के पद रिक्त पड़े हैं लेकिन पिछले कई वर्षों से उन पर पदोन्नति नहीं की जा रही है। इससे प्रभारी प्रधानाध्यापक का दायित्व निभा रहे सहायक अध्यापकों में अफसरों के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है। 


नियमित प्रधानाध्यापक का वेतन भुगतान होने पर प्रत्येक शिक्षक को हर महीने औसतन तीन से चार हजार रुपये का लाभ होगा।

No comments:
Write comments