बायोमीट्रिक हाजिरी लगाने पर ही मिलेगी छात्रवृत्ति, फर्जीवाड़े रोकेने के लिए शासन की नई कवायद
लखनऊ। छात्रवृत्ति में लगातार मिल रही अनियमितताओं के कारण शासन ने बायोमीट्रिक हाजिरी का आदेश दिया है। अब सभी विद्यार्थियों की बायोमीट्रिक हाजिरी लगवाई जाएगी। बायोमीट्रिक हाजिरी का रिकार्ड समाज कल्याण में जमा होगा। रिकार्ड का सत्यापित करने के बाद विद्यार्थियों का डाटा शासन को भेजा जाएगा।
वित्तीय वर्ष 204-25 के लिए बायोमीट्रिक हाजिरी को अनिवार्य बनाते हुए शासन ने पत्र जारी किया है। बायोमीट्रिक हाजिरी संबंधी शासनादेश की जानकारी लगते ही विद्यालय संचालक परेशान हैं, क्योंकि अधिकांश के पास यह व्यवस्था ही नहीं है। छात्रवृत्ति में हो रहे फर्जीवाड़े को रोकेने के शासन ने नई कवायद शुरू की है।
इस नियम के तहत प्रत्येक छात्र की बायोमीट्रिक हाजिरी लगेगी। यह बायोमीट्रिक हाजिरी विद्यालय स्तर पर ही ली जाएगी। समाज कल्याण विभाग में इसी आधार पर उपस्थिति मान्य होगी और इसके आधार पर ही विभाग छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थी का नाम अग्रसारित करेगा।
पिछड़ा वर्ग दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना नियमावली के तहत नए शैक्षिक सत्र 2024-25 में शासन ने 75 प्रतिशत या उससे अधिक उपस्थिति वाले विद्यार्थियों को शैक्षिक शुल्क एवं छात्रवृत्ति प्रतिपूर्ति की सुविधा देने का निर्णय लिया है।
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