तदर्थ शिक्षकों ने दिया धरना, सेवा बहाली की गुहार, सीएम को संबोधित ज्ञापन माध्यमिक शिक्षा निदेशक को दिया
लखनऊ। माध्यमिक के तदर्थ शिक्षकों ने बृहस्पतिवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के सामने धरना देकर सेवा बहाली की गुहार लगाई। माध्यमिक तदर्थ शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में एकत्र शिक्षकों ने साफ कहा कि जल्द उनकी सेवा बहाली पर सकारात्मक निर्णय नहीं होता है, वे वह नियमित प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान उन्होंने सेवा बहाली के बाबत मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव को दिया।
धरना दे रहे तदर्थ शिक्षकों ने कहा कि लगभग 3,000 तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं नौ नवंबर 2023 को समाप्त कर दी गई। इसके बाद से सभी तदर्थ शिक्षकों ने शासन से लेकर सरकार तक सेवा बहाली की गुहार लगाई। किंतु उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। तदर्थ शिक्षक अधिक उम्र के पड़ाव पर सेवा समाप्त होने से घर-परिवार की जिम्मेदारी को लेकर चिंतित हैं। उनके सामने अपने परिवार के भरण पोषण के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई- लिखाई और बुजुर्गों की दवाई आदि का भी संकट खड़ा हो रहा है।
तदर्थ शिक्षकों ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव के पूर्व सरकार उनको कोई खुशखबरी देगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। समिति प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ से बड़ी उम्मीद है लेकिन उनको गलत तथ्य बताकर भ्रमित करने का काम किया गया है।
समिति के प्रदेश महामंत्री सुशील शुक्ला ने कहा कि सभी तदर्थ शिक्षकों की सेवाएं बहाल करते हुए वेतन भुगतान किया जाए। जौनपुर में शासनादेश से प्रभावित सात तदर्थ शिक्षकों का वेतन भुगतान किया जाए। शिक्षकों का ज्ञापन लेते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने कहा कि तदर्थ शिक्षकों का मामला शासन के संज्ञान में है। जल्द ही इस मामले में सकारात्मक निर्णय होगा।
No comments:
Write comments