राज्य परियोजना निदेशक ने बिजनौर बीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि का नोटिस, जिला समन्वयक (बालिका) के कार्यमुक्त होने के बाद भी कार्य करने का मामला
बोले बीएसए, पुराने निदेशक की अनुमति लेकर ही कराया गया कार्य
बिजनौर। जिला समन्वयक बालिका के कार्यमुक्त होने के बाद भी कार्य करने के मामले में राज्य परियोजना निदेशक ने बीएसए को कारण बताओ नोटिस जारी किया। नोटिस में आरोप है कि जिला समन्वयक बालिका कार्यमुक्त होने के सात माह बाद भी विभागीय कार्य कर रहा है।
बेसिक शिक्षा विभाग के जिला परियोजना कार्यालय बिजनौर में अस्थायी रूप से सृजित पद जिला समन्वयक बालिका शिक्षा के पद पर प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत है। राज्य परियोजना निदेशक के पत्र अनुसार जिला समन्वयक बालिका शिक्षा सात नवंबर 2023 में की गई संस्तुति के क्रम में उनके मूल विभाग माध्यमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश में वापस किया गया था।
बीएसए कार्यालय से भी जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को कार्यमुक्त 14 नवंबर 23 को किया गया था। आरोप है कि जिला समन्वयक विभाग में सात माह तक कार्य करते रहे हैं। राज्य परियोजना निदेशक ने कहा कि कार्यमुक्त के बावजूद विभागीय कार्य किया कराया जाना शासनदेश तथा इस कार्यालय के पत्र की अवहेला है। शासकीय कार्य में उदासीनता तथा लापरवाही बरती जा रही है। राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने बीएसए बिजनौर को कारण बताओ नोटिस जारी कर 28 जून तक स्पष्टीकरण मांगा है।
शिक्षकों ने की डीसी की एमएलसी से शिकायत
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों ने जिला समन्वयक मित्रलाल गौतम की एमएलसी हरि सिंह ढिल्लो से शिकायत की थी। इसी क्रम में एमएलसी ने राज्य परियोजना निदेशक से शिकायत की थी।
निदेशक से अनुमति लेकर कराया गया कार्य
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जयकरन यादव ने बताया कि विभागीय कार्य के लिए गत राज्य परियोजना निदेशक से अनुमति लेकर ही कार्य कराया गया था। अब जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को कार्य मुक्त कर दिया गया है।
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