सात सूत्री जायज मांगों को लेकर शिक्षामित्रों ने मनाया काला दिवस
प्रयागराज । परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों ने अपनी सात सूत्री जायज मांगों को लेकर काला दिवस मनाया। इसके साथ ही समस्याओं के निस्तारण के लिए सभी जनपदों में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। हर जिले में मृत शिक्षामित्रों को श्रद्धांजलि दी गई।
शिक्षामित्रों ने कहा कि विगत 24 साल से काम कर रहे हैं। इस महंगाई के दौर में शिक्षामित्रों को मात्र दस हजार रुपये 11 महीने का ही मानदेय मिल रहा है। जिससे शिक्षामित्रों के परिवार का पालन घोषण नहीं हो पा रहा है।
मांग की कि नई शिक्षा नीति में शिक्षामित्रों को स्थाई करते हुए नियमित वेतनमान दिया जाए। महिला शिक्षामित्रों को ससुराल के विद्यालय में समायोजित, शिक्षामित्रों को ईपीएफ योजना में शामिल करते हुए लाभान्वित किया जाए।
सोशल मीडिया पर मानदेय बढ़ोत्तरी की अफ़वाहों के बीच शिक्षामित्रों का 25 जुलाई को काला दिवस मनाने का एलान
23 जुलाई 2024
लखनऊ। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के नेतृत्व में सभी जिलों में शिक्षामित्र 25 जुलाई को काला दिवस मनाएंगे। वर्ष 2017 में इसी दिन शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त किया गया था। तबसे शिक्षामित्र आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान हैं।
संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह ने कहा कि अब तक कई शिक्षामित्रों का निधन हो चुका है। इसमें कुछ बीमार होने पर अपना इलाज भी नहीं करा सके थे। 25 जुलाई को हर जिले में मृत शिक्षामित्रों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। साथ ही डीएम के माध्यम से शिक्षामित्रों के मानदेय बढ़ाने व अन्य समस्याओं के संदर्भ में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजेंगे।
सोशल मीडिया पर रही मानदेय बढ़ने की चर्चा
लखनऊ। शिक्षामित्र राजधानी में आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। इस बीच रविवार से ही शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के मानदेय बढ़ने की चर्चा सोशल मीडिया पर चलती रही। कुछ शिक्षक संगठनों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने का प्रस्ताव परियोजना कार्यालय से स्वीकृत कर आगे बढ़ा दिया गया है। वित्त विभाग की सहमति के बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा। जबकि बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. एमकेएस सुंदरम ने इस चर्चा को गलत बताया।
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