अब सभी डिजिटल रजिस्टर पर काम नहीं करेंगे शिक्षक, बैठक का कार्यवृत्त जारी न होने और प्रार्थना सभा की सेल्फी मांगने पर भड़का संयुक्त मोर्चा
लखनऊ : परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की आनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था पर रोक लगाए जाने के बाद अब अध्यापक अन्य 11 डिजिटल रजिस्टर का बहिष्कार करने पर अड़ गए हैं। बीते दिनों प्रार्थना सभा की सेल्फी मांगने के आदेश के विरोध में वह अब किसी भी डिजिटल रजिस्टर पर काम नहीं करेंगे। अगर उनकी मांगें पूरी न हुईं तो वह 29 जुलाई को स्कूली शिक्षा महानिदेशालय का घेराव भी करेंगे।
शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक- कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रदेश सचिव दिलीप चौहान का कहना है कि दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है और हम इसका खुलकर विरोध करेंगे। प्रार्थना सभा की फोटो भेजना शिक्षकों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करता है।
अभी तक बीते दिनों महानिदेशक, स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा के साथ हुई बैठक का कार्यवृत्त भी नहीं जारी किया गया। ऐसे में अभी आंदोलन जारी रहेगा। शिक्षक किसी भी कीमत पर झुकने वाले नहीं हैं। कहा कि संपूर्ण डिजिटाइजेशन को निरस्त किया जाए और शिक्षकों से सिर्फ पढ़ाई का कार्य ही कराया जाए तो बेहतर होगा।
समझौते का लिखित कार्यवृत्त जारी नहीं होने पर 29 जुलाई को निदेशालय का घेराव
लखनऊ। प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शुरू हुआ विरोध अभी समाप्त होता नहीं दिख रहा है। शासन के डिजिटल अटेंडेंस के निर्णय को अगले आदेश तक स्थगित करने के बाद भी शिक्षकों की नाराजगी नहीं कम हुई। शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक, कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की शनिवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि वह विद्यालय के किसी भी रजिस्टर को ऑनलाइन नहीं अपडेट करेंगे। विभाग डिजिटलाइजेशन के आदेश को वापस ले।
बैठक में शिक्षक नेताओं ने कहा कि मुख्य सचिव के साथ हुई बैठक के बाद डिजिटल अटेंडेंस को तो स्थगित कर दिया गया। वहीं महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने यह आदेश दिया है कि प्रार्थना सभा में शिक्षक, बच्चों के साथ खुद की सेल्फी भेजें। यह निजता का उलंघन है। जब डिजिटल उपस्थिति को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है तो दूसरी तरफ शिक्षकों से सेल्फी मांगना न्यायोचित नही है।
संयुक्त मोर्चा के प्रदेश संयोजक व प्रदेश अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ सुशील पांडेय, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी, प्रदेश अध्यक्ष विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन संतोष तिवारी ने संयुक्त रूप से बताया कि इस तुगलकी फरमान के विरोध में प्रदेश के शिक्षक पूर्व की भांति काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करेंगे। वह डिजिटाइजेशन संबंधी किसी भी रजिस्टर को ऑनलाइन नहीं करेगा। साथ ही प्रार्थना सभा की कोई सेल्फी कहीं भी नहीं भेजेगा।
संयुक्त मोर्चा के प्रदेश सचिव दिलीप चौहान ने बताया कि इस दोहरे आदेश से शिक्षक नाराज है। जल्द महानिदेशक के साथ हुई बैठक का लिखित कार्यवृत्त नहीं जारी होता है तो संयुक्त मोर्चा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत 29 जुलाई को महानिदेशक कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने पर विवश होगा। बैठक में अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय बंधु, विवेकानंद, शिक्षामित्र संघ के प्रदेश महामंत्री सुशील यादव, विक्रम सिंह, तेजस्वी शुक्ला आदि उपस्थित थे।
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