स्कूल में शिक्षकों ने विरोध स्वरूप हाथ पर काली पट्टी बांधकर किया शिक्षण कार्य
ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश पर भारी पड़ा शिक्षकों का विरोध
डीजी स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा की ओर से जारी ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने के आदेश पर पहले दिन बेल्हा के शिक्षकों का विरोध भारी पड़ा। परिषदीय और कस्तूरबा स्कूल के शिक्षक, शिक्षिकाओं ने सोमवार को ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने के विरोध में हाथ पर काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया। ऐलान किया कि हमारी मांगे पूरी होने तक विरोध जारी रहेगा।
लखनऊ । शिक्षकों के भारी विरोध के कारण पहले दिन ही परिषदीय प्राइमरी स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था धड़ाम हो गई। पूरे प्रदेश में कुल 6,09,282 परिषदीय प्राइमरी शिक्षकों में सिर्फ 16,015 शिक्षकों ने ही ऑनलाइन हाजिरी दर्ज की, बाकी ने इसका बहिष्कार किया। तमाम शिक्षक संगठन ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में लामबंद हो गए हैं।
शिक्षक संगठनों के आह्वान पर शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया और आनलाइन उपस्थिति से उन्हें मुक्त रखे जाने की मांग दोहराई है। दूसरी तरफ सरकार ने आशा जताई है कि समय की पाबंदी के मामले में शिक्षक जिम्मेदारी मानेंगे और अगले एक सप्ताह या एक पखवाड़े के भीतर सुधार होगा।
दरअसल, प्राइमरी शिक्षकों के लिए आठ जुलाई से ऑनलाइन उपस्थिति अनिवार्य की गई थी। इस निर्णय के खिलाफ प्रदेश भर के शिक्षक संगठनों ने आदेश लागू होने के एक दिन पूर्व से ही मोर्चा खोल दिया था।
हाजिरी के लिए दिया गया अतिरिक्ति समय
विरोध को देखते हुए डीजी स्कूल शिक्षा की ओर से सुबह के समय ऑनलाइन हाजिरी लगाने के लिए आधे घंटे का अतिरिक्ति समय भी दिया गया लेकिन शिक्षकों का विरोध जारी रहा।
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