लीज की जमीन पर खुल सकेंगे संस्कृत स्कूल, मान्यता के नियम हुए शिथिल
• फरवरी के तीसरे हफ्ते में होंगी संस्कृत बोर्ड परीक्षाएं
लखनऊः प्रदेश में अब लीज की भूमि पर भी संस्कृत विद्यालय खोले जा सकेंगे। कम से कम 15 वर्ष की लीज होने पर विद्यालय खोलने की अनुमति दी जाएगी। यह निर्णय मंगलवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया। तय किया गया कि बोर्ड परीक्षाएं अगले वर्ष फरवरी के तीसरे हफ्ते में आयोजित की जाएंगी।
अभी तक संस्कृत विद्यालय खोलने के लिए जमीन का फ्री होल्ड होना जरूरी था। देववाणी संस्कृत को प्रोत्साहित करने के लिए अब मान्यता के नियमों को शिथिल किया जा रहा है।
पूर्व मध्यमा प्रथम (कक्षा नौंवी) और उत्तर मध्यमा प्रथम (कक्षा ग्यारहवीं) में भी बोर्ड परीक्षाएं कराए जाने पर बैठक चर्चा हुई, लेकिन आम सहमति नहीं बन सकी।
माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के परीक्षा कार्यक्रम को मंजूरी दे दी गई है। अभ्यर्थी रजिस्ट्रेशन शुल्क छह अगस्त से 15 अगस्त तक जमा किया जा सकेगा। परीक्षा शुल्क 16 अगस्त से 27 अगस्त तक जमा होगा। आवेदन फार्म भरने की तारीख एक सितंबर से 15 सितंबर तक निर्धारित की गई है।
प्रायोगिक परीक्षाएं 10 जनवरी से 14 फरवरी तक होंगी। फरवरी के तीसरे हफ्ते में बोर्ड परीक्षा शुरू हो जाएंगी। 13 संस्कृत विद्यालयों को मान्यता दी गई है। इनमें से तीन विद्यालयों में डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी चलाए जाएंगे।
माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की कार्यकारणी व मान्यता समिति की बैठक
लखनऊ। प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी के तीसरे सप्ताह में आयोजित की जाएंगी। जबकि परीक्षा फार्म छह अगस्त से भरे जाएंगे। उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की कार्यकारिणी समिति ने मंगलवार को परीक्षा से जुड़े कार्यक्रम को हरी झंडी दी। साथ ही संबद्धता समिति ने 12 नए कॉलेजों की संबद्धता पर भी मुहर लगाई।
परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार विद्यार्थी छह से 15 अगस्त तक पंजीकरण शुल्क जमा करेंगे। परीक्षा शुल्क 16 से 27 अगस्त तक जमा किया जाएगा और विलंब शुल्क के साथ 31 अगस्त तक शुल्क जमा होगा। आवेदन पत्रों में सुधार 16 से 26 सितंबर तक और परीक्षा आवेदन पत्र डीआईओएस कार्यालय में 30 सितंबर तक जमा किए जाएंगे।
परीक्षा केंद्र का निर्धारण जिला स्तर पर 15 अक्तूबर, मंडल स्तर पर 21 अक्तूबर तक तय किए जाएंगे। प्रयोगात्मक परीक्षाएं 10 से 25 जनवरी तक और बोर्ड परीक्षा फरवरी के तीसरे सप्ताह में आयोजित की जाएगी।
परिषद सचिव शिवलाल ने बताया कि इसके साथ ही मान्यता के लिए भू-स्वामित्व 15 वर्ष की लीज पर मान्य की गई। वहीं विद्यालय प्रशासन योजना को संशोधित कर विद्यालय संचालन योजना कर दिया गया। अब विद्यालय अपनी कार्ययोजना बनाकर इसको लागू कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि संबद्धता समिति ने 12 विद्यालयों को मान्यता पर भी सहमति दी और तीन कॉलेजों के डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू करने के आवेदन भी स्वीकृत किए गए।
बैठक में अध्यक्ष संस्कृत भारती न्यास जितेन्द्र प्रताप सिंह, एमएलसी श्रीशचंद्र शर्मा आदि उपस्थित थे।
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