सुर्खियों में हरदोई की वर्तमान और पूर्व BSA का विवाद, नई BSA को विभागीय दायित्व न सौंपने पर पत्र लिख DGSE से की गई शिकायत
पूर्व बीएसए पर कार्य में बाधा डालने और अफवाह फैलाने का लगा आरोप, शासन तक पहुंचा मामला
पूर्व BSA विजय प्रताप सिंह ने नए BSA को नहीं सौंपा CUG नंबर, आवास और विभाग की गाड़ी
उत्तर प्रदेश का बेसिक शिक्षा विभाग आजकल सुर्खियों में है। पहले शिक्षकों की ऑनलाइन हजारी को लेकर तो अब अपने ही दो जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के बीच के विवाद को लेकर विभाग चर्चा में है। दरअसल, उत्तर प्रदेश में तबादला नीति के तहत बेसिक शिक्षा विभाग में बेसिक शिक्षा अधिकारियों के तबादले किए गए हैं।
जिसके तहत हरदोई के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह का स्थानांतरण हरदोई से माध्यमिक शिक्षा निदेशालय कर दिया गया। वहीं, हरदोई में रतन कीर्ति को नई तैनाती दी गई और उन्होंने ज्वाइन किया। सरकारी नंबर और विभागीय गाड़ी नए बीएसए को नहीं दिया गया।
दरअसल, हरदोई की नई बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा डीजी बेसिक शिक्षा को पत्र लिख पूर्व बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह की शिकायत की गई। लिखा गया कि विजय सिंह द्वारा विभागीय दायित्वों को सौंपने में सहयोग नहीं किया गया।
फिलहाल शिक्षा विभाग के दो अधिकारियों के विवाद में पूरे हरदोई जिले के सभी विद्यालयों में शिक्षा प्रभावित है। शासन ने गंभीर मानते हुए विभागीय जांच गठित कर दी
3 जुलाई को पदभार ग्रहण करने के बाद से पूर्व बीएसए विजय प्रताप सिंह और नई बीएसए रतन कीर्ति के बीच आपसी तनातनी देखने को मिल रही है। बीएसए विजय प्रताप सिंह के तबादले के बाद जनपद में एक बार चर्चा जोरों से हुई कि बीएसए विजय प्रताप सिंह ने अपना तबादला रुकवा लिया है और वही अब हरदोई के बीएसए बने रहेंगे।हालाँकि इस बाबत कोई भी शासनादेश जारी नहीं हुआ जबकि नई बीएसए रतन कीर्ति ने 3 जुलाई को पदभार ग्रहण किया और लगातार स्कूलों का निरीक्षण भी कर रही हैं।
इन सबके बीच रतन कीर्ति ने एक पत्र जारी कर तत्कालीन बीएसए पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रतन कीर्ति ने कहा कि 3 जुलाई को पदभार ग्रहण करने के बाद तत्कालीन बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह का रवैया उनके प्रति सहयोगात्मक नहीं रहा।उनके द्वारा लगातार झूठी अफवाहें फैलाई जा रही है कि वह पुनः जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरदोई के पद पर आसीन होने वाले हैं साथ ही उनके द्वारा सीयूजी नंबर, विभागीय गाड़ी व विभागीय आवास अब तक उनको नहीं दिया गया है। बीएसए रतन कीर्ति ने तत्कालीन बीएसए विजय प्रताप सिंह पर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा विभागीय कर्मचारियों को हिदायत दी गई है कि उन्हें किसी प्रकार से कार्यालय में कोई कार्य सुचारू रूप से न करने दिया जाए।
बीएसए रतन कीर्ति ने कहा कि वह प्रतिदिन सुबह 9:30 पर कार्यालय पहुंच जाती हैं मोबाइल न होने और लगातार तत्कालीन बीएसए के दखल से स्कूल से संबंधित कार्यों को करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है और साथ ही मानसिक पीड़ा उठानी पड़ रही है। हरदोई के बेसिक शिक्षा विभाग में दो बेसिक शिक्षा अधिकारियों के बीच चल रही खींचतान का मामला शासन तक पहुंच गया है।
जानकारी के मुताबिक बीएसए रतन कीर्ति ने शासन को तत्कालीन बीएसए विजय प्रताप सिंह की शिकायत की है जिसे शासन ने गंभीर मानते हुए विभागीय जांच गठित कर दी है। हरदोई के तत्कालीन बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह की कार्यशाली को लेकर पहले भी कई बार सवाल खड़े हो चुके हैं।
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