बांदा : बीईओ 25 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
नरैनी (बांदा)। नरैनी खंड शिक्षा अधिकारी को चौराहे पर शिक्षक से 25 हजार रुपये रिश्वत लेते एंटी करेप्शन टीम रंगे हाथों दबोच लिया। टीम उसे नरैनी कोतवाली ले आई। पूछताछ के बाद मुकदमा दर्ज कराया गया।
कंपोजिट विद्यालय बसरेही में तैनात शिक्षक देशबंधु रूपौलिहा का दो माह के एरियर भुगतान का मामला शिक्षा विभाग में लंबित है। इसी मामले को सुलझाने के एवज में खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) रविंद्र कुमार ने उनसे 25 हजार रुपये मांगे थे। बुधवार की शाम देशबंधु रूपौलिया को रुपये लेने के लिए बुलवाया। इससे पहले शिक्षक ने झांसी में भ्रष्टाचार निवारण टीम को फोन पर सूचना दे दी थी। सीओ अतुल कुमार की अगुवाई में 15 सदस्यीय टीम दो वाहनों से पहुंची और चौराहे पर खड़ी थी।
शिक्षक ने बीईओ रविंद्र कुमार को जैसे ही रुपये दिए, उसी समय टीम उन्हें पकड़ लिया। टीम बीईओ को पकड़कर नरैनी कोतवाली ले गई। बताया जाता है कि खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ पहले से भी कई आरोप हैं। कोतवाली में कागजी कार्रवाई कर मुकदमा दर्ज कराया गया। विजिलेंस टीम में इंस्पेक्टर केके सिंह सहित 15 अन्य लोग भी शामिल रहे।
एरियर भुगतान के बदले मांगी रिश्वत
अतर्रा निवासी शिक्षक देशबंधु रूपौलिया ने बताया कि दो वर्ष पहले ग्राम प्रधान की शिकायत पर बीईओ ने उन्हें निलंबित कर दिया था। दो माह तक निलंबित रहा। इसके बाद बहाल किया गया। दो माह के बकाया एरियर के भुगतान को लेकर बीईओ उनसे 25 हजार रुपये घूस मांग रहे थे।
जून में पकड़े गए थे एमडीएम जिला समन्वयक
बेसिक शिक्षा विभाग में रिश्वतखोरी का मामला नया नहीं है। जून माह में बीएसए ऑफिस में तैनात एमडीएम कोऑर्डिनेटर भास्कर आसवानी को भ्रष्टाचार निवारण टीम ने रंगे हाथों पकड़ा था। आज भी वह जेल में हैं। शिक्षक गंगा सागर ने आरोप लगाया था कि रसोइया चयन को लेकर लगातार परेशान कर रिश्वत की मांगी जा रही थी। पीड़ित शिक्षक ने 25 जून को भ्रष्टाचार निवारण संगठन चित्रकूट धाम मंडल में की। निरीक्षक राकेश सिंह के नेतृत्व में ने भास्कर को दस हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया था।
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