विद्या समीक्षा केंद्र के जरिए माध्यमिक स्कूलों की ऑनलाइन निगरानी में 34 जिलों में मिली तमाम तरह की कमियां
लखनऊ । प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों की लखनऊ स्थित विद्या समीक्षा केन्द्र के माध्यम से बीते 07 अगस्त से 21 अगस्त तक कराई गई ऑनलाइन मॉनिटरिंग में 34 जिलों में तमाम तरह की खामियां उजागर हुई है। ऑनलाइन मॉनिटरिंग में कई स्कूलों में कक्षाओं के दौरान शिक्षक नदारत मिले हैं तो कई विद्यालयों में समय सारणी के अनुसार कक्षाएं संचालित होते नहीं पाई गईं। कई स्कूलों में शिक्षक-शिक्षकाएं और स्टाफ मौजूद मिले लेकिन छात्र-छात्रायें मौजूद नहीं थे।
ज्यादातर स्कूलों में शैक्षिक पंचांग का अनुपालन नहीं पाया गया जबकि कैलेण्डर में प्रयोग कक्षा का समय होने के बावजूद प्रयोगशालायें खाली पाई गई।
गौर करने वाली बात यह है कि ऑनलाइन मानिटरिंग के दौरान मिलने वाली खामियों के बारे में पूछताछ के लिए संबंधित विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के या तो मोबाइल फोन रिसीव नहीं हुए या स्वीच ऑफ मिले। प्रदेश के 34 जिलों के ऐसे 64 स्कूलों में यह स्थिति पाये जाने पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने नाराजगी जताई है।
इन जिलों के डीआईओएस और सम्बंधित मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) को निर्देश दिए हैं कि ये खामियां दुरुस्त करें और टाइम टेबल के अनुसार नियमित पढ़ाई करवाना सुनुश्चित करें। साथ ही जहां खामियां पाई गई हैं, वहां जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गये हैं। साथ ही उनसे एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट भी तलब की गई है।
सीसीटीवी से निगरानी
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने अपने सभी स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगवाकर उनकी निगरानी की जिम्मेदारी लखनऊ स्थित विद्या समीक्षा केंद्र को सौंप रखी है। जहां शिक्षण कार्य ठीक से नहीं हो रहा होता या फिर कोई खामी दिखती है तो केंद्र से फोन करके निर्देश दिए जाते हैं। बीते 07 अगस्त से 21 अगस्त तक स्कूलों की ऑनलाइन मॉनीटरिंग की गई तो कई स्कूलों में तमाम तरह की खामियां पाई गईं।
इसे दूर करने के लिए स्कूलों को जब फोन किया गया तो कई स्कूलों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों ने या तो फोन नहीं उठाया या फिर संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसे देखते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सम्बंधित जिलों के डीआईओएस और संयुक्त शिक्षा निदेशक को पत्र लिखा है। कहा है कि सभी विद्यालय हर पाली की सूचनाएं ऑनलाइन फीड करें।
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