69000 शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों ने घेरा डिप्टी सीएम का आवास, हाईकोर्ट के आदेश के पालन की मांग
लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती में शामिल आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने सोमवार को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास का घेराव किया। अभ्यर्थी हाईकोर्ट लखनऊ की डबल बेंच के आदेश का पालन कराने की मांग कर रहे थे। यहां उनकी पुलिस से तीखी झड़प भी हुई। बाद में उपमुख्यमंत्री ने अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन दिया। अभ्यर्थियों ने कहा हाईकोर्ट का जो फैसला आया है, सरकार उसे जल्द लागू कर आरक्षित वर्ग अभ्यर्थियों की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त करे।
दागी अधिकारियों को तत्काल हटाकर नए अधिकारी नियुक्त किए जाएं। ताकि भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी रूप से पूरा किया जा सके। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल व विजय यादव ने कहा कि 2018 में भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी। तब से लड़ाई लड़ रहे हैं। जब न्याय पाने का अवसर आया तो सरकार हीला-हवाली कर रही है। विभाग एक शेड्यूल जारी कर बताए कि पीड़ितों की नियुक्ति कब तक करेंगे। अन्यथा आंदोलन जारी रहेगा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जबर्दस्ती उठाकर बस में भरकर ईको गार्डन पहुंचा दिया।
अस्पताल में भर्ती प्रदर्शन के दौरान आजमगढ़ के मो. इरशाद को सीने में तेज दर्द होने लगा। उनको सिविल अस्पताल इमरजेंसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार किया। स्थिति में सुधार न होता देख परिजन व साथी इरशाद को गोमती नगर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया है।
शिक्षकों को नियुक्ति करें। अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगें
■ हाईकोर्ट के आदेश का पालन किया जाए
■ नई सूची बनाकर तत्काल नियुक्ति की जाए
■ पुरानी सूची बनाने वाले अधिकारियों को हटाए
■ नए अधिकारियों को सूची बनाने की जिम्मेदारी दी जाए
हाईकोर्ट के आदेश का पालन करने का निर्देश
उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने एक्स पर अभ्यर्थियों का ज्ञापन लेते हुए फोटो साझा करते हुए लिखा अपनी नियुक्ति के लिए प्रतीक्षारत उन दलित- पिछड़ा वर्ग के शिक्षकों से मिला जो हाईकोर्ट के फैसले से अपना न्यायपूर्ण हक पाने के बाद नियुक्ति का बेसब्री से इंतजार में हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल हाईकोर्ट के आदेश का पालन करने के निर्देश दिए।
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