2700 शिक्षकों की वेतनवृद्धि लटकाने पर 82 BEO पर कार्रवाई की लटकी तलवार, नोटिस जारी कर मांगी गई अमल रिपोर्ट
🔴 27 सौ शिक्षकों का मामले को लटका रखा है
🔴 शिक्षकों के वेतन वृद्धि को रोकने का मामला
🔴 जुलाई से ही बढ़ना था वेतन, अब तक नहीं बढ़ा
🔴 हर महीने की पांच तारीख को देनी होगी अमल रिपोर्ट
24 सितम्बर 2024
लखनऊ । शिक्षकों के वेतन वृद्धि को रोकने वाले 82 बीईओ पर निलंबन की तलवार लटक गई है। शासन ने ऐसे सभी बीईओ (खण्ड शिक्षा अधिकारी) के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है, जिन्होंने एक जिले से दूसरे जिले में स्थान्तरित होकर गए 2700 शिक्षकों की वेतन वृद्धि संबंधी मामले को अब तक लटका कर रखा है।
दरअसल विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने इस मामले को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाते हुए तत्काल शिक्षकों के वेतन वृद्धि के आदेश जारी कराने की मांग की थी। मुख्यमंत्री सचिवालय ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल अद्यतन जानकारी मांगी थी। इसी परिप्रेक्ष्य में शासन ने विभाग से इसकी विस्तृत जानकारी तलब की।
विभाग ने जब संबंधित बीईओ से पूछताछ की तो ज्यादातर बीईओ ने वेतन वृद्धि संबंधी पत्रावलियों को लंबित रहने का मुख्य कारण रिकॉर्ड मिलान न हो पाने को बताया। शासन ने उनके इस तर्क से असहमति जताते हुए कहा कि सभी की सेवा पुस्तिकाएं ऑनलाइन हैं, लिहाजा इस जवाब को कतई संतोषजनक नहीं माना जा सकता। ऐसे में शासन ने नई नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर संबंधित सभी बीईओ से जवाब मांगने के निर्देश दिए हैं।
बताया जाता है कि साल भर से अधिक समय तक चली लंबी प्रक्रिया के बाद पिछले वर्ष सरकार ने प्राइमरी स्कूलों के 2700 शिक्षकों का बीते जून माह में एक जिले से दूसरे जिले में परस्पर तबादला किया था। नियमानुसार जुलाई में ऐसे सभी शिक्षक जिनके खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई लम्बित नहीं है, उन्हें वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाता है। स्थानांतरित होकर नए जिलों में पहुंचे शिक्षकों का वेतन वृद्धि जुलाई तो क्या अगस्त के वेतन में भी जुड़कर नहीं आई, जिससे शिक्षकों के बीच बेचैनी बढ़ी।
उन्होंने इस बारे में खण्ड शिक्षा अधिकारियों से पूछताछ शुरू की। कुछ ने तो इसके लिए अपने क्षेत्र के खण्ड शिक्षा अधिकारी को आवेदन पत्र तक दिया लेकिन आनाकानी जारी रही। अलबत्ता कुछ खण्ड शिक्षा अधिकारियों की ओर से यह जवाब भी मिला है कि अभी शिक्षकों के रिकार्ड का मिलान किया जा रहा है।
शिक्षकों की वेतन वृद्धि लटकाने वाले 82 बीईओ को कार्यवाई की नोटिस
लखनऊ : शिक्षकों की वेतन वृद्धि लटकाने के मामले में 82 खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों व उच्च प्राथमिक स्कूलों के करीब 2,700 शिक्षकों की वेतन वृद्धि जुलाई से ही होनी थी लेकिन दस्तावेज के मिलान व अन्य अडंगा लगाकर यह उनकी वेतन वृद्धि अभी तक रोके हुए हैं। ऐसे में शासन में शिकायत होने के बाद अब इनके खिलाफ नोटिस जारी की गई है और आगे निलंबन की तलवार इन पर लटक गई है।
विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता ध्रुव कुमार त्रिपाठी की ओर से इस मामले पर मुख्यमंत्री कार्यालय से शिकायत की थी कि शिक्षकों को वेतन वृद्धि का करीब 2,700 शिक्षकों की नहीं हो पाई वेतन वृद्धि लाभ नहीं मिल पा रहा। एक जिले है से दूसरे जिले में परस्पर स्थानांतरित होकर गए शिक्षकों को यह लाभ देने में सत्यापन के नाम पर परेशान किया जा रहा है और मामला लटकाया जा रहा है।
फिलहाल बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इस पर संबंधित जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई तो दस्तावेज का सत्यापन न हो पाना मुख्य कारण बताया गया। सेवा पुस्तिकाएं आनलाइन होने के कारण यह जवाब संतोषजनक नहीं माना गया।
अन्तर्जनपदीय तबादला होकर आए शिक्षकों को अब वेतन वृद्धि का इंतजार
सर्विस बुक ऑनलाइन इंक्रीमेंट , फिर भी लगाने में आनाकानी कर रहे बीईओ
09 सितंबर 2024
लखनऊ : डेढ़ साल चली लंबी प्रक्रिया के बाद दूसरे जिलों से तबादला होकर आए बेसिक शिक्षकों को अभी तक इंक्रीमेंट का इंतजार कर रहे हैं।
जून में प्रदेश के करीब 2,700 शिक्षकों के अंतरजनपदीय म्यूचुअल तबादले पूरे हो गए थे। जुलाई में सबका इंक्रीमेंट लगता है। तबादला होकर आए शिक्षकों का अगस्त तक का वेतन आ गया लेकिन इंक्रीमेंट लगकर नहीं आया।
कई शिक्षकों ने अप्लीकेशन लिखकर इंक्रीमेंट लगाने की मांग की है। इसके बावजूद बीईओ इसमें आनाकानी कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि बीईओ जिस जिले से आए हैं, वहां से रेकॉर्ड का मिलान करने की बात कह रहे हैं जबकि सभी शिक्षकों की सर्विस बुक ऑनलाइन हैं। तुरंत सभी रेकॉर्ड का मिलाने किया जा सकता है।
बाराबंकी से लखनऊ के माल ब्लॉक में प्राथमिक विद्यालय लोधई में शिक्षक निर्भय सिंह ने बताया कि वह बीईओ को अप्लीकेशन भी लिख चुके हैं लेकिन अभी तक इंक्रीमेंट नहीं लगा। बहराइच से गोंडा के प्राथमिक विद्यालय कुंडरी खेमपुर में तबादला होकर आए शिक्षक पवन मिश्र और रचना राय ने भी बताया कि अभी तक उनका इंक्रीमेंट नहीं लगा। अभी उनके रेकॉर्ड मंगाकर मिलान करने की बात अधिकारी कह रहे हैं।
बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने बताया कि स्पष्ट निर्देश हैं कि जुलाई में सभी का इंक्रीमेंट लग जाना चाहिए। यदि कहीं से भी इस तरह की शिकायत है तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
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