राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा परियोजना की मध्यावधि बैठक में किशोरों की बेहतर शिक्षा व स्वास्थ्य पर हुई चर्चा
🔴 विभिन्न राज्यों के 70 प्रतिनिधि शामिल
लखनऊ। देश में 10 से 19 साल के किशोरों में न सिर्फ व्यावहारिक, बल्कि शारीरिक व स्वास्थ्य से जुड़े बदलाव होते हैं। किशोरों को बेहतर शिक्षा व स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी देने के लिए कार्ययोजना बनेगी। किशोरों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए शनिवार से एनसीईआरटी की तीन दिनी बैठक हुई।
राजधानी स्थित एक होटल में राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा परियोजना की मध्यावधि समीक्षा बैठक में एनसीईआरटी की प्रो. गौरी श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और स्कूली शिक्षा पाठ्यक्रम के तहत किशोरों के स्वास्थ्य और उनके सर्वांगीण विकास पर जोर दिया। कहा, सभी एससीईआरटी इस पर फोकस होकर काम करें।
एससीईआरटी लखनऊ के निदेशक गणेश कुमार ने टीम वर्क, मूल्य संवर्धन और भारतीय ज्ञान परंपरा के महत्व को बताया। संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान ने किशोरावस्था के दौरान होने वाले शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखने पर जोर दिया।
बैठक में ड्रग्स और इंटरनेट की लत के खतरों की भी चर्चा हुई। इस बैठक में 34 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, पांच क्षेत्रीय शिक्षा संस्थानों के 70 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
No comments:
Write comments