जिलों से उठ रही धनतेरस पर्व पर अवकाश की मांग
प्रयागराज: धनतेरस पर्व पर शिक्षकों और विभिन्न शिक्षक संघों ने अवकाश घोषित करने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। जिले भर के शिक्षक इस पर्व को पारिवारिक आस्था और धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाते हैं, और ऐसे में अवकाश न मिलने से उनकी असुविधा बढ़ रही है। जिले के सुदूर इलाकों से आकर कार्यरत शिक्षक धनतेरस के दिन अपने परिवारों से दूर रहते हैं, जो कि इस महत्वपूर्ण त्योहार का महत्व कम करता प्रतीत होता है।
धनतेरस, दीपावली उत्सव का प्रारंभिक दिन है, जिसे हिन्दू धर्म में विशेष मान्यता प्राप्त है। इस दिन सोने, चांदी, बर्तन, और अन्य वस्तुओं की खरीदारी शुभ मानी जाती है। घर-परिवार के साथ इस दिन को बिताने की परंपरा सदियों पुरानी है। लेकिन, जब स्कूलों में अवकाश नहीं होता, तब शिक्षक इस पर्व से वंचित रह जाते हैं।
त्योहारों का सांस्कृतिक महत्व सिर्फ धार्मिक गतिविधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि परिवार और समाज से जुड़े रीति-रिवाजों का निर्वाह भी इसमें शामिल होता है। इस दिन शिक्षकों का अपने घर परिवार से दूर रहना उन्हें सामाजिक और भावनात्मक रूप से प्रभावित करता है।
विद्यालयों में कम उपस्थिति की समस्या
धनतेरस के दिन स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति भी काफी कम रहती है। अधिकांश छात्र और उनके अभिभावक भी इस दिन खरीदारी और अन्य पारंपरिक गतिविधियों में व्यस्त रहते हैं। शिक्षक संघों का कहना है कि यदि बच्चों की उपस्थिति इस दिन कम रहती है तो स्कूलों का संचालन बेकार ही हो जाता है। ऐसे में यह उपयुक्त होगा कि इस दिन को अवकाश घोषित कर दिया जाए ताकि शिक्षक और विद्यार्थी दोनों ही पर्व को अपने परिवारों के साथ मना सकें।
शिक्षक संघों का ज्ञापन और मांग
कई जिलों में शिक्षक संघों ने इस मुद्दे पर जिलाधिकारी और शासन को पत्र लिखकर अवकाश की मांग की है। उनका तर्क है कि जहां अन्य त्यौहारों पर अवकाश मिलते हैं, वहीं धनतेरस जैसे महत्वपूर्ण पर्व को अवकाश तालिका में स्थान न मिलने से धार्मिक असंतोष की भावना जन्म ले रही है। शिक्षक संघों ने इस मांग के समर्थन में तर्क दिया है कि शिक्षा विभाग को इस मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए और इस दिन अवकाश घोषित कर सभी शिक्षकों को राहत प्रदान करनी चाहिए।
हालांकि, अब तक इस मामले पर शिक्षा विभाग या शासन की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है। शिक्षकों की मांग है कि जल्द ही इस पर निर्णय लेकर धनतेरस पर्व पर अवकाश की घोषणा की जाए ताकि सभी शिक्षक अपने परिवार के साथ इस शुभ दिन का आनंद उठा सकें।
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