26 फरवरी के बाद होंगी यूपी बोर्ड की परीक्षाएं, माध्यमिक शिक्षा परिषद ने महाकुंभ में उमड़ने वाली भारी भीड़ के मद्देनजर शासन को भेजा प्रस्ताव
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं इस बार महाकुंभ की वजह से 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान पर्व के बाद कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। यूपी बोर्ड प्रशासन के एक बड़े अफसर ने नाम न छापने के आग्रह पर इसकी पुष्टि की।
बोर्ड का मानना है कि विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम के रूप में होने वाले महाकुंभ में इस बार देश ही नहीं, दुनिया के कोने कोने से श्रद्धालुओं की भीड़ संगम नगरी में उमड़ेगी। ऐसे में बोर्ड की परीक्षाएं आखिरी स्नान पर्व के बाद ही कराना उचित होगा। 2024 में परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू हो गई थीं। पिछले पांच साल के दौरान सिर्फ 2022 में ही बोर्ड परीक्षा मार्च में कराई गई थी।
इस बार महाकुंभ 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से आरंभ होगा। 14 जनवरी को प्रथम शाही स्नान है। संगम तट पर 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा से शुरू होकर 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान पर्व पर महाकुंभ का रेला थमने लगेगा। ऐसे में बोर्ड भीड़ के दबाव की वजह से परीक्षाएं आखिरी स्नान पर्व के बाद ही कराना चाहता है। ऐसे में माना जा रहा है कि बोर्ड परीक्षाएं 26 फरवरी के बाद ही शुरू होंगी।
5438597 परीक्षार्थी होंगे शामिल
इस बार हाईस्कूल में 27,40,151 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 26,98,446 परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा की शुचिता को ध्यान में रखकर एआई का भी इस्तेमाल होगा, ताकि किसी तरह की गड़बड़ी को रोका जा सके और नकल विहीन परीक्षा कराई जा सके।
महाकुंभ के कारण हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा मार्च में
14 जनवरी से लेकर 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक रहेगा स्नान पर्व
पिछले साल 22 फरवरी को प्रारंभ हुई थी यूपी बोर्ड परीक्षा
17 नवंबर 2024
प्रयागराजः संगम तट पर लगने वाले महाकुंभ का असर यूपी बोर्ड की वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा के आयोजन पर भी पड़ेगा। महाकुंभ पर मुख्यमंत्री का विशेष फोकस है तथा देश-विदेश में इसका प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। इसलिए यूपी बोर्ड इस बार महाकुंभ के बाद परीक्षा के आयोजन की तैयारी कर रहा है।
शासन और बोर्ड स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं कि न तो बोर्ड परीक्षा से महाकुंभ के आयोजन पर कोई विपरीत प्रभाव पड़े और न ही महाकुंभ के आयोजन से बोर्ड परीक्षा में व्यवधान आए। ऐसे में मकर संक्रांति पर्व (14 जनवरी) से शुरू हो रहे महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के बाद यानी मार्च में बोर्ड परीक्षा के आयोजन की योजना तैयार की गई है।
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में संगम तट पर करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु व कल्पवासी आएंगे। कल्पवास, स्नान, दान, ध्यान के लिए आने वालों में बड़ी संख्या में यूपी बोर्ड के परीक्षार्थियों के परिवार के लोग भी शामिल होंगे। इसके अलावा महाकुंभ के आयोजन के चलते अत्यधिक भीड़ में विशेष स्नान पर्वों के दौरान यातायात भी प्रभावित हो सकता है।
सरकार का प्रयास है कि दिव्य-भव्य महाकुंभ का आयोजन हो। सरकार की मंशा को देखते हुए शासन और बोर्ड महाकुंभ संपन्न होने के बाद परीक्षा आयोजन का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। फरवरी माह में परीक्षा शुरू कराने के प्रस्ताव पर एक राय नहीं बनी। वर्ष 2024 में बोर्ड परीक्षा 22 फरवरी से शुरू हुई थी। पिछले पांच वर्ष में सिर्फ 2022 में बोर्ड परीक्षा मार्च माह में शुरू हुई थी। शेष वर्षों में परीक्षा फरवरी माह में शुरू हुई थी।
वर्ष 2023 में 16 फरवरी से परीक्षा प्रारंभ हुई थी। 2021 में कोविड के कारण परीक्षा का आयोजन नहीं किया गया था, जबकि 2020 में 18 फरवरी तथा 2019 में सात फरवरी से परीक्षा शुरू हुई थी। इस बार बोर्ड परीक्षा में कुल 54,38,597 छात्र-छात्राएं सम्मिलित होंगे।
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