यूपी बोर्ड ने जारी की डिबार किए गए विद्यालयों की सूची, परीक्षा केंद्र बनाने के लिए किए गए हैं प्रतिबंधित
🙆 प्रयागराज में 43 स्कूल
22 नवम्बर 2024
मेरठ। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा के डिबार किए गए स्कूलों की सूची जारी हो गई है। इसमें मेरठ जनपद का कोई स्कूल शामिल नहीं है, लेकिन मेरठ मंडल के अन्य जनपदों के छह स्कूल डिबार किए गए हैं।
माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की 2025 की बोर्ड परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू होंगी। अब परीक्षा केंद्रों को अंतिम रूप देने का कार्य चल रहा है। परिषद ने 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए डिबार किए गए स्कूलों की सूची जारी कर दी है।
मेरठ डीआईओएस कार्यालय को भेजी गई सूची में मेरठ जनपद का कोई विद्यालय शामिल नहीं है, जबकि यूपी बोर्ड के मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत आने वाले जिलों में आगरा में 14, फिरोजाबाद में चार, हाथरस व मैनपुरी में एक एक, मथुरा में दो, एटा में पांच स्कूल डिबार किए गए हैं।
सबसे ज्यादा अलीगढ़ में 32 स्कूल डिबार हुए हैं। सहारनपुर जनपद में तीन, बागपत व बुलंदशहर में एक-एक और गौतमबुद्ध नगर जिले में चार स्कूल डिबार किए गए हैं। प्रदेश में सबसे ज्यादा 43 स्कूल प्रयागराज में परीक्षा केंद्र बनाने के लिए प्रतिबंधित किए गए हैं।
इन स्कूलों को दो से लेकर चार वर्ष तक परीक्षा केंद्र बनाने के लिए प्रतिबंधित किया गया है। डिबार किए गए स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाने पर संबंधित जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
यूपी बोर्ड : 45 जिलों के 259 विद्यालय हुए डिबार
प्रयागराज के सर्वाधिक 43 स्कूलों को बोर्ड परीक्षा से किया गया वंचित
19 नवंबर 2024
प्रयागराज। माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने 45 जनपदों के 259 स्कूलों को डिबार कर दिया गया है। इसमें सर्वाधिक 43 विद्यालय प्रयागराज के हैं। कई स्कूलों को दो से चार साल तो कुछ को सदैव के लिए बोर्ड परीक्षा से डिबार किया गया है। बोर्ड ने डिबार केंद्रों की सूची सूबे के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को भेज दी है। हिदायत दी गई है कि डिबार सूची में शामिल किसी भी विद्यालय को परीक्षा केंद्र न बनाया जाए, अन्यथा संबंधित डीआईओएस जिम्मेदार होंगे।
प्रयागराज के सर्वाधिक 43, अलीगढ़ के 32, आगरा के 14, फिरोजाबाद के चार, हाथरस और मैनपुरी के एक-एक, मथुरा के दो, एटा के पांच, बागपत और बुलंदशहर के एक-एक, गौतमबुद्धनगर के चार, सहारनपुर के तीन, मुरादाबाद के तीन, अमरोहा के दो, रामपुर और बरेली के एक-एक, बदायूं के चार, पीलीभीत के एक, संभल और लखीमपुर खीरी के दो-दो, सीतापुर के तीन, लखनऊ के 11, उन्नाव के एक, रायबरेली के दो, कानपुर के सात, फर्रुखाबाद, इटावा और प्रतापगढ़ के एक-एक, फतेहपुर के दो, कौशाम्बी के तीन, अयोध्या के एक, आजमगढ़ के चार, मऊ के दो, बलिया के 15, जौनपुर के पांच, गाजीपुर के 19, बाराणसी के बाराबंकी के दो, बलरामपुर, बस्ती गोण्डा के एक-एक, गोरखपुर के दस, कुशीनगर के आठ और बहराइच के एक स्कूल को बोर्ड ने ब्लैक लिस्ट किया है।
स्ट्रांग रूम की चाबी न होने पर भी डिबार
नकलविहीन और शुचितापूर्ण परीक्षा को लेकर बोर्ड ने सख्ती की है। सामूहिक नकल जैसे गंभीर आरोप में तो स्कूलों को डिबार किया ही गया है, स्ट्रांग रूम की चाबी स्टैटिक मजिस्ट्रेट के पास नहीं होने पर भी स्कूलों को केंद्र बनाने से रोक दिया गया है। प्रयागराज में केदारनाथ जायसवाल इंटर कॉलेज नैनी, कमला स्मारक इंटर कॉलेज नैनी और राजरानी इंटर कॉलेज शंकरगढ़ को 2026 तक के लिए डिबार किया गया है।
एआई की मदद से होगी प्रश्न पत्रों की सुरक्षा
प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित कैमरे प्रयोग किए जाएंगे। प्रश्न पत्रों को रखने के बाद परीक्षा केंद्र का स्ट्रांग रूम लॉक कर दिया जाएगा। वहां लगाए गए एआई आधारित कैमरे में इसे खोले जाने का समय दर्ज रहेगा, यह सूचना भी दर्ज होगी कि इसे खोलते वक्त कितने लोगों की मौजूद रहेंगे। इसे लॉक करने का समय भी दर्ज रहेगा। इससे भिन्न स्थिति बनने पर यूपी बोर्ड मुख्यालय एवं शिविर कार्यालय लखनऊ में बने राज्यस्तरीय कंट्रोल रूम की एलईडी पर अलर्ट फ्लैश होने लगेगा।
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