जूनियर हाईस्कूलों में चयन प्रक्रिया जल्द, सीएम ने दिया आश्वासन, शासन ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा को भेजा पांचवां रिमाइंडर
प्रधानाध्यापक के 390 व सहायक अध्यापक के 1507 पदों पर तीन साल से अटकी है भर्ती
प्रयागराज। अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक के पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। सोमवार को गोरखपुर में जनता दरबार में गुहार लगाने पहुंचे प्रतियोगी छात्रों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह आश्वासन दिया। वहीं, नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने के लिए शासन ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा को पांचवां रिमाइंड भेज कर प्रस्ताव मांगा है।
जूनियर एडेड शिक्षक भर्ती का विज्ञापन 2021 में आया था, जिसके तहत प्रधानाध्यापक के 390 व सहायक अध्यापक के 1507 पदों पर भर्ती होनी थी। इसके लिए अक्तूबर 2021 में परीक्षा कराई गई और नवंबर 2021 में परिणाम भी आ गया। हालांकि परिणाम में गड़बड़ी को लेकर कई अभ्यर्थी न्यायालय चले अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया बीच में ही रोक दी गई।
उच्च न्यायालय ने 15 फरवरी 2024 को समस्त रिट खारिज करते हुए भर्ती का मार्ग प्रशस्त कर दिया। लेकिन, अब आरक्षण नीति स्पष्ट न होने से चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति अटकी हुई है। लिखित परीक्षा में 43 हजार से अधिक अभ्यर्थी सफल हुए थे, जिन्हें काउंसलिंग में शामिल होना है। काउंसलिंग के बाद चयनित अभ्यर्थियों की अंतिम लिस्ट जारी की जाएगी।
नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने के लिए शासन की ओर से चार बार महानिदेशक स्कूल शिक्षा को पत्र भेजा जा चुका है। ये पत्र तीन अक्तूबर 2024, आठ अक्तूबर, 18 अक्तूबर व आठ नवंबर को प्रेषित किए गए थे। विशेष सचिव यतींद्र कुमार की ओर से महानिदेशक स्कूली शिक्षा को पांचवां रिमाइंडर भेजकर प्रस्ताव शासन को तत्काल उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है, ताकि नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जा सके।
अभ्यर्थी आरोप लगा रहे हैं कि निदेशक बेसिक शिक्षा और एडी बेसिक की लापरवाही के कारण प्रस्ताव अटका हुआ है। इस मसले पर जूनियर एडेड शिक्षक भर्ती संघर्ष समिति की टीम गोरखपुर में जनता दरबार के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिली और उन्हें समस्या बताई। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि यह भर्ती उनके संज्ञान में है और जल्द पूरी होगी।
इसके पहले भी नागेंद्र पांडेय (प्रदेश अध्यक्ष) के नेतृत्व में अभ्यर्थी जनता दरबार गोरखपुर और लखनऊ में मुख्यमंत्री से मिल चुके है, लेकिन सोमवार को पहली बार एक ही दिन में दो बार जूनियर एडेड शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी मुख्यमंत्री मिले। प्रदेश अध्यक्ष नागेंद्र पांडेय का कहना है कि आरक्षण के नाम पर अफसरों ने भर्ती को उलझाकर रखा है। रिजल्ट के तीन साल बाद भी अभ्यर्थी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं।
जूनियर एडेड भर्ती के लिए सीएम योगी से लगाई गुहार
प्रयागराज। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गोरखपुर में जनता दरबार में मुलाकात कर नियुक्ति की गुहार लगाई।
कहा कि भर्ती का विज्ञापन 2021 में आया था जिसकी परीक्षा अक्तूबर 2021 में हुई एवं परिणाम नवंबर 2021 में आया। उसके बाद आपत्तियों के निस्तारण के लिए अभ्यर्थियों से प्रत्यावेदन मांगे गए जिनमें लगभग 500 अभ्यर्थियों के प्रत्यावेदन में से 132 सही पाए गए। इसके सुधार के लिए शासन ने एक समिति गठित की और सभी ओएमआर शीट का पुनः मूल्यांकन हुआ।
जिसके कारण लगभग 3200 अभ्यर्थी और फेल हो गए और दोबारा फेल अभ्यर्थी कोर्ट चले गए। हाईकोर्ट ने 15 फरवरी 2024 को सभी याचिकाएं खारिज करते हुए भर्ती का मार्ग प्रशस्त कर दिया। किंतु अधिकारियों की लापरवाही के कारण आरक्षण की विसंगतियां अभी तक दूर नहीं हो पा रही हैं।
जूनियर एडेड शिक्षक भर्ती संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष नागेंद्र पांडेय ने बताया कि चार बार रिमाइंडर के बावजूद भर्ती रुकी हुई है।
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