DISTRICT WISE NEWS

अंबेडकरनगर अमरोहा अमेठी अलीगढ़ आगरा इटावा इलाहाबाद उन्नाव एटा औरैया कन्नौज कानपुर कानपुर देहात कानपुर नगर कासगंज कुशीनगर कौशांबी कौशाम्बी गाजियाबाद गाजीपुर गोंडा गोण्डा गोरखपुर गौतमबुद्ध नगर गौतमबुद्धनगर चंदौली चन्दौली चित्रकूट जालौन जौनपुर ज्योतिबा फुले नगर झाँसी झांसी देवरिया पीलीभीत फतेहपुर फर्रुखाबाद फिरोजाबाद फैजाबाद बदायूं बरेली बलरामपुर बलिया बस्ती बहराइच बागपत बाँदा बांदा बाराबंकी बिजनौर बुलंदशहर बुलन्दशहर भदोही मऊ मथुरा महराजगंज महोबा मिर्जापुर मीरजापुर मुजफ्फरनगर मुरादाबाद मेरठ मैनपुरी रामपुर रायबरेली लखनऊ लख़नऊ लखीमपुर खीरी ललितपुर वाराणसी शामली शाहजहाँपुर श्रावस्ती संतकबीरनगर संभल सहारनपुर सिद्धार्थनगर सीतापुर सुलतानपुर सुल्तानपुर सोनभद्र हमीरपुर हरदोई हाथरस हापुड़

Tuesday, November 26, 2024

बेसिक शिक्षा के सभी मोबाइल एप का समायोजन संभव नहीं, अपर राज्य परियोजना निदेशक ने बताए कारण

बेसिक शिक्षा के सभी मोबाइल एप का समायोजन संभव नहीं, अपर राज्य परियोजना निदेशक ने बताए कारण


लखनऊ। परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों की ओर से उपयोग किए जाने वाले विभागीय सभी एप का एक जगह समायोजन आसान नहीं है। अपर राज्य परियोजना निदेशक रोहित त्रिपाठी ने कहा कि अलग-अलग प्रकार के ये एप शिक्षकों की ही सुविधा के लिए हैं, जो उनका समय बचाते हैं। साथ में विभाग के चक्कर लगाने से भी बचते हैं।


उन्होंने बताया कि इनमें से तीन-चार एप ही शिक्षकों को रोज इस्तेमाल करने होते हैं। उसमें प्रेरणा, मानव संपदा और डीबीटी का एप शामिल हैं। बाकी साल में एक बार ही चलाने होते हैं। वहीं मर्जर न होने की सबसे बड़ी वजह यह है कि मानव संपदा एप एनआईसी ने, प्रेरणा एप यूपी डेस्को ने और दीक्षा एप केंद्र सरकार ने बनाया है।


शिक्षकों ने एप का मुद्दा उठाया था। उन्होंने बताया कि वह अपने निजी मोबाइल में विभागीय एक दर्जन से अधिक एप का इस्तेमाल करते हैं। इससे उनका मोबाइल हैंग होता है और पढ़ाई भी प्रभावित होती है। शिक्षकों ने कहा था कि हम व्यवस्था का विरोध नहीं कर रहे, लेकिन सरलता होनी चाहिए।


ये हैं एप और उनके काम

रीड एलॉग: हिंदी, अंग्रेजी, भाषा के लिए।
निपुण : कक्षा 1,2,3 के बच्चों का शैक्षिक आकलन
प्रेरणा : निशुल्क सामग्री के बजट भेजने का काम
पीएफएमएस : विद्यालय विकास राशि का हिसाब
दीक्षा : पढ़ाने और टीचर को ट्रेनिंग
समर्थ : दिव्यांग छात्रों की उपस्थिति व ट्रैकिंग
प्रेरणा यूपी डॉट इन विद्यालय और छात्रों का डाटा
एनआईएलपी : निरक्षर व्यक्तियों की पहचान
शारदा : ड्रॉपआउट बच्चों का नामांकन
संपर्क स्मार्ट: भाषा का विकास करने करने के लिए
एम स्थापना: अवकाश लेने व वेतन के लिए


एप से आसान हुए शिक्षकों के कार्य

टेक्निकल तौर पर सभी एप का मर्जर एक साथ संभव नहीं है। यह व्यवस्था आने से शिक्षकों के सभी काम आसान हुए हैं। एप के इस्तेमाल से थोड़ा मोबाइल में स्पेस की जरूरत तो पड़ती ही है। रही बात हैंग होने की तो टैबलेट का वितरण हम पहले ही कर चुके हैं। ~ रोहित त्रिपाठी, अपर राज्य परियोजना निदेशक

No comments:
Write comments