कक्षा तीन में अब वीणा, गणित मेला, सितार व संतूर पढ़ेंगे बच्चे, नए सत्र के लिए एनसीईआरटी की पुस्तकों का किया गया कस्टमाइजेशन
हिंदी, गणित, पर्यावरण, उर्दू व अंग्रेजी विषय की पुस्तकों का बदलेगा नाम
प्रयागराजः बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा तीन के विद्यालयों में पढ़ाए जाने विषयों की पुस्तकों का नाम नए सत्र से बदलने की तैयारी है। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। राज्य शिक्षा संस्थान ने हिंदी, गणित, पर्यावरण और उर्दू विषय की राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की पुस्तकों का प्रदेश के परिप्रेक्ष्य में कस्टमाइजेशन किया है, जबकि अंग्रेजी विषय की पुस्तक का कस्टमाइजेशन आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान ने किया है। हिंदी की पुस्तक वीणा-1, गणित की गणित मेला, पर्यावरण की हमारा अद्भुत संसार, उर्दू की सितार और अंग्रेजी विषय की पुस्तक संतूर नाम से जानी जाएगी।
परिषद के विद्यालयों में एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकों का कक्षावार उपयोग धीरे-धीरे किया जा रहा है। कक्षा एक और दो में इन पुस्तकों का उपयोग शुरू हो गया है। अगले सत्र से कक्षा तीन की पुस्तकों में बदलाव किए जाने की दिशा में कार्य तेजी से चल रहा है।
इस कड़ी में राज्य शिक्षा संस्थान के प्राचार्य नवल किशोर के निर्देशन में कक्षा तीन की एनसीईआरटी की पुस्तकों का कस्टमाइजेशन कराकर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को भेज दिया गया है। इसमें विषयवार पुस्तकों का नाम एनसीईआरटी के पैटर्न पर रखा गया है।
वर्तमान में बेसिक शिक्षा परिषद के कक्षा तीन में हिंदी की पुस्तक पंखुड़ी नाम से चलती है। इसी तरह गणित की पुस्तक का नाम अंकों का जादू, पर्यावरण की पुस्तक का नाम हमारा परिवेश, उर्दू की पुस्तक का नाम उर्दू जबां तथा अंग्रेजी की पुस्तक का नाम रेनबो है। इसके विपरीत संस्कृत विषय की पुस्तक पूर्व की तरह संस्कृत पीयूषम् के नाम से चलेगी।
एनसीईआरटी द्वारा विकसित पाठ्यपुस्तकों में संस्कृत विषय का समावेश नहीं होने से इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। कस्टमाइज की गई पुस्तकों में संशोधन होने पर एससीईआरटी के निर्देशन में किया जाएगा।
अगले वर्ष से कक्षा तीन के परिषदीय छात्र भी पढ़ेंगे NCERT की किताबें
10 नवंबर 2024
लखनऊ : परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में कक्षा तीन में पढ़ने वाले करीब 39 लाख विद्यार्थियों को अगले सत्र से राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की किताबें पाठ्यक्रम में पढ़ाई जाएंगी।
अभी कक्षा एक और कक्षा दो के विद्यार्थियों को एनसीईआरटी की किताबें पढ़ाई जा रही हैं। इसका शैक्षिक सत्र 2025-26 से विस्तार किया जाएगा और इसे कक्षा तीन में भी लागू किया जाएगा। अभी इन विद्यार्थियों को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा तैयार पाठ्यक्रम और किताबें पढ़ाई जा रही हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग ने सत्र 2025-26 से कक्षा तीन में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने और एनसीईआरटी की पुस्तकें छपवाने के निर्देश दिए हैं।
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