सुनवाई नहीं कर रहे अधिकारी बेरोजगारों को हाईकोर्ट से बची आस, जूनियर एडेड हाईस्कूलों में 1894 पदों पर शिक्षक भर्ती का मामला लटका
■ हाईकोर्ट ने बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों से पूछी टाइमलाइन
■ तीन साल बाद भी पूरी नहीं हो सकी है एडेड जूनियर शिक्षक भर्ती
■ 15 फरवरी को हाईकोर्ट में सभी याचिकाएं हुई खारिज
■ 17 अक्तूबर 2021 को कराई गई थी लिखित परीक्षा
प्रयागराज । प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापक और प्रधानाध्यापकों के 1894 पदों पर भर्ती बेरोजगारों के लिए सिरदर्द बन गई है। 15 फरवरी 2024 को हाईकोर्ट में सभी याचिकाएं खारिज होने के बाद महीनों प्रयागराज से लखनऊ तक अफसरों के चक्कर काटने के बाद बेरोजगारों को अब हाईकोर्ट से ही भर्ती पूरी होने की आस लगी है। कॉलेज प्रबंधकों की ओर से दायर याचिका में हाईकोर्ट ने 10 दिसंबर को बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की टाइमलाइन पूछी है।
प्रदेश के 3049 सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापकों के 1504 और प्रधानाध्यापकों के 390 पदों पर भर्ती के लिए 17 अक्तूबर 2021 को लिखित परीक्षा कराई गई थी। 15 नवंबर 2021 को परिणाम घोषित होने के बाद कुछ अभ्यर्थियों ने कम अंक मिलने की शिकायत करते हुए हाईकोर्ट में याचिकाएं कर दी थी। हाईकोर्ट के आदेश पर शासन ने 12 अप्रैल को एक समिति का गठन करते हुए आपत्तियों की जांच कराई। 571 शिकायतों के मिलान में 132 शिकायतें सही पाई गई थी। इस पर पुनर्मूल्यांकन करते हुए परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने 6 सितंबर 2022 को संशोधित परिणाम जारी किया।
परीक्षा में सम्मिलित 271071 अभ्यर्थियों में से 42066 जबकि प्रधानाध्यापकों की भर्ती के लिए 14,931 अभ्यर्थियों में से 1544 को सफल घोषित किया गया था। हालांकि कुछ अभ्यर्थियों ने संशोधित परिणाम को भी चुनौती दी थी लेकिन अंततः हाईकोर्ट ने 15 फरवरी 2024 को सभी याचिकाओं को खारिज करते हुए भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण कराने के आदेश दिए थे। उसके बाद से बेरोजगार प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अफसर सुनवाई नहीं कर रहे।
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