देश भर के 782 जिलों के 88 हजार स्कूलों तीसरी, छठीं और नौवीं कक्षा के 23 लाख छात्र आज देंगे "परख" परीक्षा
नई दिल्ली। तीसरी, छठीं और नौवीं कक्षा के 23 लाख छात्र बुधवार को "परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024" में शामिल होंगे। यह परीक्षा 782 जिलों में तीन साल बाद आयोजित की जा रही है। इसमें भाषा, गणित, हमारे आस-पास की दुनिया, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों में छात्र का समग्र विकास का आकलन होगा। इसमें उम्र व कक्षा के आधार पर सीखने की जरूरत और कितना सीखा आदि का मूल्यांकन किया जाएगा।
यह परीक्षा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों के तहत आयोजित हो रहा है। यह छात्रों के आधारभूत, प्रारंभिक और मध्य चरणों (यानी, वर्तमान में तीसरी, छठी और नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र) के अंत में विकसित क्षमताओं का आकलन करने और उपचारात्मक उपाय करने में मदद करेगा।
यह स्कूलों के पूरे स्पेक्ट्रम को कवर करेगा, यानी देश भर के सरकारी स्कूल (केंद्र सरकार और राज्य सरकार), सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल और निजी स्कूलों के छात्र इसमें शामिल होंगे।
23 भाषा में आयोजित होगी परीक्षा
परीक्षा 23 भाषाओं में आयोजित की जाएगी, जिसमें असमिया, बंगाली, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कोंकणी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, बोडो, अंग्रेजी, मिजो, गारो और खासी शामिल है।
75,565 पर्यवेक्षक नियुक्त
सर्वेक्षण को सुचारू और निष्पक्ष संचालन के लिए 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 94878 फील्ड इन्वेस्टिगेटर, 75,565 पर्यवेक्षक, 3128 जिला स्तरीय अधिकारी और 180 राज्य नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। साथ ही, सर्वेक्षण के समग्र कामकाज की निगरानी और निष्पक्ष संचालन सुनिश्चित करने के लिए जिलों में 38 राष्ट्रीय स्तर के पर्यवेक्षकों के साथ 782 बोर्ड प्रतिनिधियों को नियुक्त किया गया है। सभी कर्मियों को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया है।
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