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Saturday, January 11, 2025

परिषदीय स्कूलों के अवकाश विसंगतियों को दूर करने की मांग

परिषदीय स्कूलों के अवकाश विसंगतियों को दूर करने की मांग 


गोरखपुर 10 जनवरी। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पूमा) शिक्षक संघ ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को मांगपत्र भेजकर पिछले साल की छुट्टियों को बहाल करते हुए अवकाश विसंगति दूर करने की मांग की है। 

संगठन के मण्डल अध्यक्ष ज्ञानेश्वर पांडेय के निर्देश पर जिलाध्यक्ष बाल विनोद शुक्ल द्वारा सचिव को भेजे गए मांग पत्र में कहा गया है कि विगत वर्षों में प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के नियन्त्रणाधीन संचालित विद्यालय एवं मान्यताप्राप्त बेसिक विद्यालयों में बसन्त पंचमी, चेटीचंद जयंती, परशुराम जयंती तथा महाराजा अग्रसेन जयन्ती का अवकाश हुआ था। राज्य सरकार द्वारा घोषित वर्तमान वर्ष के अवकाश तालिका में उक्त अवकाश शामिल है परंतु बेसिक शिक्षा परिषद की अवकाश तालिका में इन छुट्टियों को शामिल नहीं किया गया है। 

इसके अतिरिक्त इस वर्ष मौनी अमावस्या पर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा राज्य के प्रयागराज में विश्वस्तरीय महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। परंतु दुर्भाग्य से यह भी परिषद की अवकाश तालिका में शामिल नहीं है। मौनी अमावस्या पर अवकाश नहीं होने से बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन विद्यालयों में कार्यरत लाखों श्रद्धालु महाकुंभ का पुण्यलाभ लेने से वंचित हो जाएंगे। 

संघ ने वर्तमान सत्र में बसन्त पंचमी, चेटीचंद जयंती, परशुराम जयंती, अग्रसेन जयंती तथा मौनी अमावस्या पर अवकाश घोषित कर अवकाश विसंगति दूर करने की मांग की है। 



प्रमुख पर्वों की छुट्टियां फिर से बहाल करने की मांग

27 दिसम्बर 2025
लखनऊ। प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर परिषदीय विद्यालयों में भारतीय संस्कृति से संबंधित प्रमुख पर्वों की छुट्टियां फिर से बहाल करने की मांग की है। 

संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने बताया है कि मौनी अमावस्या, भैयादूज, जमात उल विदा (अलविदा), नाग पंचमी, अनंत चतुर्दशी, पितृ विसर्जन और नवरात्र के पहले दिन की छुट्टी पूर्व में होती थी लेकिन अधिकारियों ने बिना इन पर्वों का महत्व जाने की संबंधित छुट्टियों को रद्द कर दिया। इसके कारण सरकार की छवि सनातन विरोधी बन रही है।

 उन्होंने कहा कि शिक्षक व बच्चे भी अपने पारिवारिक, सामाजिक व धार्मिक दायित्वों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में जांच की जानी चाहिए कि इन बड़े पर्वो के अवकाश को क्यों समाप्त किया गया। उन्होंने बेसिक शिक्षा परिषद की 2025 की अवकाश तालिका में इन पर्वो पर अवकाश घोषित करने की मांग की। 



महत्वपूर्ण धार्मिक महत्व के पर्वों के अवकाश रद्द किए जाने पर सवाल उठाते सीएम योगी से PSPSA ने ज्ञापन के जरिए पर्वों के महत्त्व को रेखांकित करते हुए अवकाश की पुनः बहाली की मांग की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत घोषित अवकाशों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्वों के अवकाश रद्द किए जाने पर समाज और शिक्षकों में गहरा असंतोष व्याप्त है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित PSPSA के ज्ञापन में शिक्षकों और अभिभावकों ने इन पर्वों के महत्त्व को रेखांकित करते हुए इन पर अवकाश की पुनः बहाली की मांग की है।  

ज्ञापन में यह बताया गया कि मौनी अमावस्या, होली भैयादूज, नाग पंचमी, अनंत चतुर्दशी, और पितृ विसर्जन अमावस्या जैसे पर्वों पर पहले अवकाश घोषित किए जाते थे। हालांकि, वर्तमान में इन पर्वों के अवकाश रद्द कर दिए गए हैं, जिसके कारण शिक्षक और विद्यार्थी अपने धार्मिक, पारिवारिक और सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करने में असमर्थ हो रहे हैं।  

शिक्षकों का कहना है कि इन पर्वों के माध्यम से बच्चों को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जोड़ा जाता था। मौनी अमावस्या जैसे पर्वों पर गंगा स्नान, दान और मौन व्रत की प्रथा सदियों से चली आ रही है। वहीं, पितृ विसर्जन अमावस्या पर पिंडदान और नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापना जैसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों के लिए समय चाहिए।  

अधिकारियों द्वारा इन अवकाशों को रद्द करने को समाज सरकार की "सनातन विरोधी" छवि से जोड़ रहा है। शिक्षकों ने यह सवाल भी उठाया कि जब एक संत मुख्यमंत्री की सरकार में धार्मिक पर्वों की उपेक्षा हो रही है, तो इसे दुर्भावना के सिवाय और क्या कहा जा सकता है?  

 
संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों ने अवकाश रद्द करने से पहले न तो पर्वों का महत्व समझा और न ही समाज के सुझाव लिए। ज्ञापन में मांग की गई है कि इन अधिकारियों की पृष्ठभूमि की जांच होनी चाहिए और यह देखा जाए कि कहीं यह निर्णय सरकार की छवि खराब करने की साजिश तो नहीं।  


शिक्षकों ने 2025 की अवकाश तालिका में इन पर्वों को पुनः शामिल करने की मांग की है। साथ ही, 2015 से 2019 और 2024 की अवकाश तालिकाओं को आधार बनाकर इन छुट्टियों की महत्ता को रेखांकित किया है।  




परिषदीय विद्यालयों में भारतीय संस्कृति से संबंधित प्रमुख पर्वों के अवकाश को पुनः घोषित करने के संदर्भ में PSPSA ने सीएम योगी से की मांग



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