13 लाख से अधिक विद्यार्थियों को मिली 2200 करोड़ की छात्रवृत्ति, पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की छात्रवृत्ति वितरण प्रणाली में हुआ बड़ा बदलाव
लखनऊ। पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा छात्रवृत्ति वितरण प्रणाली में बड़ा बदलाव करते हुए इसे मार्च के बजाय दिसंबर में ही दिया जा रहा है। इस निर्णय से लाखों विद्यार्थियों को समय पर वित्तीय सहायता मिल रही है। इसी के साथ पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग दिसंबर में ही छात्रवृत्ति देने वाला पहला विभाग बन गया है। अभी तक 13 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं को 2200 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति मिल चुकी है।
मंत्री नरेंद्र कश्यप ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को शैक्षणिक सत्र के पहले चरण में ही आर्थिक सहयोग देना है ताकि वे बिना किसी वित्तीय बाधा के अपनी पढ़ाई जारी रख सकें। उन्होंने बताया कि पिछड़ा वर्ग कल्याण के वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान प्री-मैट्रिक और पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजनाओं के अंतर्गत बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को लाभान्वित किया गया है। लगभग 13 लाख से अधिक विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति की धनराशि दी जा चुकी है।
पिछड़ा वर्ग कल्याण में प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत कक्षा 9 एवं 10 के विद्यार्थियों को वित्तीय सहायता दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले वर्ष तीन दिसंबर को 2,53,211 विद्यार्थियों के खातों में पीएफएमएस प्रणाली के माध्यम से 54.38 करोड़ की धनराशि स्थानांतरित की थी। 29 जनवरी को 4,22,638 छात्रों को 89.25 करोड़ की धनराशि भेजी गई। इस प्रकार कुल 6,75,849 विद्यार्थियों को 143.63 करोड़ की छात्रवृत्ति दो महीने में ही दी गई।
पिछड़ा वर्ग कल्याण में पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत कक्षा 11 और 12 के विद्यार्थियों के लिए भी वित्तीय सहायता जारी की गई। 31 दिसंबर को 1,53,182 छात्रों को 46.56 करोड़, 29 जनवरी को 50,414 छात्रों को 15.71 करोड़, 14 फरवरी को 3,67,601 छात्रों को 1092.58 करोड़, और 18 फरवरी को 290.17 करोड़ की राशि हस्तांतरित की गई।
इस प्रकार कुल 6,74,280 विद्यार्थियों को 2005.53 करोड़ की धनराशि दी गई। नरेंद्र कश्यप ने बताया कि छात्रवृत्ति की धनराशि सीधे विद्यार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित की जा रही है, जिससे बिचौलियों की भूमिका खत्म हो गई है।
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