AKTU : बीटेक 8वें सेमेस्टर की पूरी पढ़ाई ऑनलाइन करेंगे छात्र, विद्या परिषद ने सातवें सेमेस्टर की भी 50% पढ़ाई ऑनलाइन करने का लिया निर्णय
लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने फाइनल ईयर का अधिकतम कोर्स ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। इसके तहत बीटेक आठवें सेमेस्टर की पूरी पढ़ाई ऑनलाइन होगी। वहीं, सातवें सेमेस्टर का 50 फीसदी कोर्स ऑनलाइन पूरा किया जाएगा।
यह निर्णय मंगलवार को कुलपति प्रो. जेपी पांडेय की अध्यक्षता में हुई विद्या परिषद की बैठक में लिया गया। इस निर्णय से अंतिम वर्ष के छात्रों को इंटर्नशिप, प्रोजेक्ट कार्य, इंडस्ट्री में काम करने और सिविल सर्विसेस, गेट आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने का पूरा अवसर मिलेगा।
मूक्स के जरिये छात्र सुविधानुसार कोर्स कर सकेंगे। इसी क्रम में आल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के अनुसार अधिकतम 40 क्रेडिट के कोर्स मूक्स के जरिये चलाने का भी निर्णय लिया गया है।
कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने कहा कि मूक्स पर ज्यादातर कोर्स उद्योग आधारित और रोजगारपरक हैं। हालांकि, इनकी परीक्षा विश्वविद्यालय लेगा। इसका क्रेडिट भी छात्र के परिणाम में जुड़ेगा। बैठक में प्रतिकुलपति प्रो. राजीव कुमार, आईईटी निदेशक प्रो. विनीत कंसल, सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज के निदेशक प्रो. वीरेंद्र पाठक डीन यूजी प्रो. अनुराग त्रिपाठी, डीन पीजी प्रो. सीतालक्ष्मी, डीन यूपीटीएसी प्रो. ओपी सिंह आदि उपस्थित थे।
परिषद ने एनईपी के तहत डुअल डिग्री के प्रस्ताव का भी किया अनुमोदन
ऐसे मिलेगी डुअल डिग्री : कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रम में डुअल डिग्री के प्रस्ताव का भी अनुमोदन किया गया है। छात्र एकेटीयू के अलावा ऑनलाइन माध्यम से किसी अन्य विश्वविद्यालय से डिग्री ले सकते हैं। बैठक में वर्किंग प्रोफेशनल को बीटेक करने की भी सुविधा पर मुहर लगी। ऐसे लोगों को लेटरल एंट्री की अर्हता के साथ बीटेक में प्रवेश दिया जाएगा। इनकी कक्षाएं शाम को चलाई जाएंगी। कोर्स पूरा करने के लिए इन्हें एक अतिरिक्त सेमेस्टर की पढ़ाई भी करनी होगी।
वर्किंग प्रोफेशनल को बीटेक कराने पर भी विद्या परिषद में लगी मुहर
बीसीए प्रवेश में गणित की अनिवार्यता खत्म : विद्या परिषद ने बीसीए पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए इंटर में गणित विषय की अनिवार्यता खत्म कर दी है। 12वीं पास कोई भी छात्र बीसीए में प्रवेश ले सकेगा। हालांकि, प्रथम वर्ष में उसे गणित में ब्रिज कोर्स कराया जाएगा। डिग्रियों को सुरक्षित रखने के लिए अब पूरी तरह से ब्लॉकचेन तकनीकी के प्रयोग को भी हरी झंडी दी गई। यूपीआईडी नोएडा में चल रहे एमबीए पाठ्यक्रम की 50 फीसदी सीट वर्किंग प्रोफेशनल के लिए आरक्षित करने पर सैद्धांतिक सहमति बनी।
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